उत्तराखंड: जनभावनाओं के मद्देनजर अब उत्तराखंड का ये गांव कहलाएगा देवी ग्राम ! पहले जो नाम था उससे डरते थे लोग

पिथौरागढ़ जिले में तहसील पिथौरागढ़ स्थित ग्राम “खूनी” का नाम बदलकर अब “देवीग्राम” कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से भारत सरकार ने खूनी ग्राम का नाम बदलने की अनुमति प्रदान कर दी है, इसके बाद उत्तराखंड शासन के राजस्व विभाग ने इसकी विधिवत अधिसूचना जारी कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्थानीय निवासी लंबे समय से गांव का नाम बदलने की मांग कर रहे थे, उनकी भावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त कर अब यह मांग पूरी कर दी है। अब आधिकारिक रूप से ग्राम “खूनी” को “देवीग्राम” के नाम से जाना जाएगा। यह कदम राज्य सरकार की जनभावनाओं के प्रति प्रतिबद्धता और सांस्कृतिक संवेदनशीलता का प्रतीक है।
आपको बता दें उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक गांव के नाम से वहां के लोग इतने परेशान हो गए, कि उन्होंने सरकार से इसका नाम बदलने की ही दरख्वास्त कर दी। सालों चली प्रक्रिया के बाद अब इस गांव का नाम बदल दिया गया है. गांव का नाम बदलने की अधिसूचना से गांव के लोग काफी खुश हैं। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर विकास खंड विण की ग्राम पंचायत का नाम 'खूनी' था। गांव के इस नाम से ग्रामीण असहज थे। गांव का नाम लिखने और पढ़ने में आए दिन ग्रामीण असहजता महसूस करते थे। पिछले एक दशक से लगातार ग्रामीण इस गांव का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। अब जाकर ग्रामीणों की मांग पूरी हो गई है और ये गांव अब देवीग्राम के नाम से बुलाया जाएगा।
इसके लिए ओएनजीसी के पूर्व महाप्रबंधक ललित मोहन जोशी भी लगातार सरकार से पत्राचार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से व्यक्तिगत मुलाकात कर रहे थे। ललित मोहन जोशी ने बताया किगांव का नाम बदलने के लिए लगातार सरकार से पत्र व्यवहार किया जा रहा था. गांव से इसका नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव भी भेजा गया था। इस गांव में मां मलिकेशरी भगवती का प्रसिद्ध मंदिर है। आखिरकार तमाम प्रक्रियाओं, चिट्ठी पत्रियों के बाद सरकार ने गांव का नाम बदलने को मंजूरी दे दी है। इससे हम लोग काफी खुश हैं। हम एक विशेष दिन पर गांव के नाम बदलने की खुशी में कार्यक्रम करेंगे। उस कार्यक्रम में हम चाहेंगे कि सीएम धामी खुद मौजूद रहें।