योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकाण्डः पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला दर्दनाक सच!बेरहमी से ली गई जान, संदिग्ध मास्कधारी कैमरे में कैद! एसएसपी को हटाने की उठी मांग

हल्द्वानी। हल्द्वानी में महिला योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकाण्ड मामले में सामने आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार मृतका के सिर पर भारी चीज से वार किया गया और फिर रस्सी (चुनरी/साड़ी का पल्लू) से उसका गला दबाया गया। यही नहीं आशंका ये भी है कि रस्सी से गला दबाते समय नीचे गिरने से उसके सिर पर चोट के चलते भी मौत हो सकती है, जिसके बाद गला दबाया गया हो। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के चेहरे, गले में रक्तस्राव और गहरी सियानोसिस यानी नीलेपन के निशान की पुष्टि हुई हैं। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुंह, नाक और आंखों से भी रक्तस्राव होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा गर्दन के पिछले हिस्से में लंबा निशान मिला है जो चोट का संकेत दे रहा है। पैरों और पीठ में भी चोट के निशान मिले हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार योग प्रशिक्षिका ज्योति मेर के गले और पसलियों पर निशान हैं। वहीं एक संदिग्ध भी ज्योति के कमरे से मास्क लगाकर जाता हुआ सीसीटीवी में कैद हुआ है। हत्याकांड के पीछे रंजिश क्या है? इसका पता हत्यारों के पकड़े जाने के बाद ही चलेगा। फिलहाल पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है और दो टीमें संभावित जगहों पर दबिश दे रही है। वहीं मामले में मृतक ज्योति मेर के परिजनों ने योग सेंटर के मालिक दो भाइयों पर आरोप लगाए हैं और दोनों भाई फरार बताए जा रहे हैं। बता दें कि योगा ट्रेनर ज्योति मेर 31 जुलाई को अपने किराये के कमरे में संदिग्ध हालात में मृत मिली थी। पुलिस ने मृतका की मां की तहरीर पर योगा सेंटर संचालक दो भाइयों अभय और अजय पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद से दोनों आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग उठ रही है।
बढ़ते अपराधों को लेकर आक्रोश, एसएसपी को हआने की उठी मांग
इधर शहर में लगातार बढ़ रही आपराधिक वारदातों को लेकर लोगों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बीच जिले के एसएसपी को हटाने की मांग भी जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के मछुआरा प्रकोष्ठ और पहाड़ी आर्मी दोनों ने मोर्चा खोल दिया है। गौलापार क्षेत्र में हुए अमित मौर्य हत्याकांड में न्याय की मांग कर रहे परिजनों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा मछुआरा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसमें लाठीचार्ज में शामिल पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई। भाजपा नेताओं का कहना है कि पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा ठीक से नहीं किया और परिजन आज भी न्याय के लिए आंदोलनरत हैं। वहीं योगा ट्रेनर की संदिग्ध मौत के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर पहाड़ी आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार के साथ एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस पर न्याय मांगने वालों को धमकाने, सड़क पर घसीटने और लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में एसएसपी नैनीताल को हटाने और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग रखी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि चाहे ज्योति मेर हत्याकांड हो या अमित मौर्य का मामला, पुलिस ने पीड़ित परिवारों को न्याय देने के बजाय उन पर लाठियां बरसाईं हैं। अब जनता दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहती है।