उत्तराखण्डः एआई रील विवाद पहुंचा पुलिस दरबार! एफआईआर दर्ज कराने नेहरू कालोनी थाने पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत, भाजपा पर लगाए आरोप

Uttarakhand: The AI ​​reel controversy reaches the police! Former CM Harish Rawat arrives at the Nehru Colony police station to file an FIR, blaming the BJP.

देहरादून। उत्तराखण्ड में एआई रील को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस मामले में अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एफआईआर दर्ज कराने नेहरू कालोनी थाने पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा 2017 से लगातार झूठ बोल रही है और अब एआई का सहारा लेकर मुझ पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। अब मैंने प्रमाण दो यात्रा निकाली है, लेकिन उनके पास कोई उत्तर नहीं है। मुझे देश द्रोही बताया जा रहा है। पाकिस्तान को सूचनाएं देने वाला बताया जा रहा है। एआई से प्रपंच रचकर भाजपा फिर से झूठ का सहारा ले रही है। इस बार मैंने तय किया कि प्राण तो चले जाएंगे, मगर भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करूंगा।

भाजपा के झूठ की हांडी को इस बार हम किसी भी कीमत पर चढ़ने नहीं देंगे। बता दें कि एआई से बनी इस रील की शुरुआत में रावत कहते दिख रहे हैं, मुस्लिम शरणम गच्छामि, मजार शरणम गच्छामि, लव जिहाद शरणम गच्छामि। इसके बाद की तस्वीरों में एक मजार का निर्माण और कुछ लोग मुस्कुराते हुए और उत्तराखंड की देवभूमि को मजारों की भूमि में बदलने के बारे में बात करते हुए दिख रहे हैं। रील के आखिर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पुलिस और बुलडोजर के साथ चलते हुए दिख रहे हैं। 29 सेकंड की इस रील में कहा गया है, सत्ता की लालच में अंधी कांग्रेस ने हमेशा सिर्फ कुर्सी की परवाह की है, भले ही इसके लिए देवभूमि की पवित्रता से समझौता करना पड़े। वोट बैंक की राजनीति के लालच में, कांग्रेस ने पहाड़ों की डेमोग्राफी को पूरी तरह से बदल दिया था, लेकिन अब और नहीं। भाजपा सरकार में एक-एक अवैध घुसपैठिए का हिसाब होगा और उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। देवभूमि की संस्कृति और डेमोग्राफी से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।