उत्तराखण्डः शिक्षा बजट दोगुना! 72 हजार छात्रों की संख्या में गिरावट, कांग्रेस ने उठाए सवाल

देहरादून। उत्तराखंड में बीते पांच वर्षों के दौरान स्कूली शिक्षा का बजट तो दोगुना हो गया, लेकिन इसके उलट सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में करीब 72 हजार की भारी गिरावट दर्ज की गई है। खास तौर पर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की कमी इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है। विभागीय आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2018-19 में प्रति छात्र 56,990 रुपये खर्च हो रहे थे, जो अब 2024-25 में बढ़कर 1 लाख 15 हजार रुपये तक पहुंच गए हैं। इसके बावजूद शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूलों की दशा पर सवाल उठ रहे हैं। छात्र संख्या में लगातार आ रही गिरावट और बजट में हो रही भारी बढ़ोतरी की पड़ताल के लिए सरकार ने सात सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट में इन दोनों पहलुओं का ज़िक्र तो किया, लेकिन यह नहीं बताया कि इतना बढ़ा हुआ बजट आखिर खर्च कहां हो रहा है। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस ने सरकार को घेरा है। पार्टी प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने सवाल उठाए हैं कि इतनी बड़ी संख्या में बच्चे आखिर सरकारी स्कूल क्यों छोड़ रहे हैं। उन्होंने समिति की निष्पक्षता पर भी संदेह जताया।