रुद्रपुरः भूरारानी के श्याम होम कॉलोनी में आठ मकानों पर लटकी ध्वस्तीकरण की तलवार! कोर्ट के आदेश के बाद सामने आया बिल्डर का फर्जीवाड़ा, कॉलोनी में पहुंची पुलिस तो मचा हड़कंप, जानें क्या है पूरा मामला

रुद्रपुर। ऊधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर से जमीन खरीद-फरोख्त का एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसने न केवल लोगों की टेंशन बढ़ा दी है, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला रुद्रपुर के भूरारानी का है। यहां श्याम होम कॉलोनी में बने आठ मकानों के ध्वस्तीकरण के नोटिस ने लोगों की नींद उड़ा दी। मामले को लेकर जहां बिल्डर दीपक चराया के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है, वहीं प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक भूरारानी स्थित श्याम होम कॉलोनी में बने आठ मकानों के ध्वस्तीकरण के आदेश कोर्ट ने दिए थे। जिसके बाद आज गुरूवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी कॉलोनी में पहुंच गए। इस दौरान कॉलोनी के लोगों और मकान मालिकों में हड़कंप मच गया। सूचना पर विधायक शिव अरोरा, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस नेता मोहन खेड़ा समेत तमाम लोग मौके पर पहुंच गए और इस कार्रवाई का विरोध किया।
बताया जाता है कि श्याम होम कॉलोनी को बिल्डर दीपक चराया द्वारा बनाया गया है। इस कॉलोनी में 600 गज जमीन लखनऊ निवासी राजू रस्तोगी के नाम पर थी। जिसका सौदा साल 2018 में दीपक चराया ने राजू रस्तोगी से 50 लाख रूपए में किया। सौदे के मुताबिक दीपक चराया ने 16 लाख रूपए राजू रस्तोगी को दे दिए, जबकि 34 लाख रूपए अब तक नहीं दिए गए। जिसको लेकर राजू रस्तोगी कोर्ट की शरण में पहुंच गए। अब कोर्ट ने इस मामले में ध्वस्तीकरण के आदेश दिए हैं। इधर दीपक चराया ने राजू रस्तोगी की जमीन आठ लोगों को बेच दी, जिसपर मकान भी बने हैं, जिसकी रजिस्ट्री के कागज भी लोगों के पास है। ऐसे में ये सवाल उठता कि आखिर कैसे इस जमीन को लोगों को बेच दिया गया और कैसे दूसरे के नाम की जमीन पर आठ लोगों की रजिस्ट्री हो गई। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। फिलहाल मामला खासा सुर्खियों में है और जनप्रतिनिधियों ने लोगों को कोर्ट में मजबूत पैरवी का आश्वासन दिया है।