उत्तराखंड:चमोली करंट हादसे पर फूटा कांग्रेस का गुस्सा! फूंका सरकार का पुतला,दोषियों के खिलाफ सख्स कार्रवाई की मांग
चमोली हादसे के खिलाफ कांग्रेस ने देहरादून और हल्द्वानी में सरकार का पुतला फूंका। कांग्रेस ने हादसे के दोषियों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मृतकों के लिए 50 लाख से एक करोड़ और घायलों के लिए 10 लाख से 25 लाख तक के मुआवजे की मांग की है।
चमोली जिले के गोपेश्वर पीपलकोटी स्थित अलकनंदा नदी के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से हुई 16 लोगों की आकस्मिक मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है। जबकि 11 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस दुखद हादसे पर उत्तराखंड कांग्रेस ने सरकार से न्यायिक जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बुधवार सुबह हुई घटना के विरोध में गुरुवार को देहरादून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी के नेतृत्व में एश्ले हॉल चौक पर भाजपा सरकार का पुतला दहन करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया है। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष जसविंदर गोगी का कहना है कि चमोली जिले में घटी घटना से उत्तराखंड वासी बहुत दुखी हैं लेकिन यह कहीं ना कहीं घोर लापरवाही का नतीजा है जिस कारण 16 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस प्रकरण की न्यायिक जांच व दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग उठाती है. इस दुखद घटना की जांच टाइम बाउंड (समय सीमा) करते हुए की जाए. गोगी ने कहा कि चमोली जिले में घटी इस घटना में जल संस्थान, जिला परियोजना और आउटसोर्सिंग यूपीसीएल के कर्मचारियों में तालमेल का अभाव देखने को मिला है। इसके अलावा कांग्रेस मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की भी मांग करती है। जबकि घायलों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाना चाहिए। कांग्रेसियों ने इतनी बड़ी लापरवाही के लिए राज्य सरकार और विद्युत विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने हादसे के लिए दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक कांग्रेस पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों को 1 करोड़ रुपए और घायलों को 25 लाख रुपये देने की मांग की है।