नैनीताल/हल्द्वानीः खुद को समाजसेवी बताने वाला हल्द्वानी का अभिनव वार्ष्णेय घोल रहा था युवाओं की नसों में नशा! हिमालया मेडिकल स्टोर पर मिले नशे के कैप्सूल, पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा

 Nainital/Haldwani: Haldwani's Abhinav Varshney, who calls himself a social worker, was intoxicating the youth! Drug capsules found at Himalaya Medical Store, police caught red handed

हल्द्वानी। युवाओं की नसों में नशा घोलने वालों के खिलाफ नैनीताल पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इसी क्रम में एसओजी और बनभूलपुरा पुलिस ने मेडिकल स्टोर की आड़ में नशा बेचने का कारोबार करने वाले आरोपी अभिनव वार्ष्णेय को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। यूं तो सावित्री कॉलोनी निवासी अभिनव वार्ष्णेय एक सामाजिक संस्था से जुड़ा है और खुद को समाजसेवी बताता है, लेकिन उसकी हकीकत तब जगजाहिर हुई, जब एसओजी और पुलिस टीम ने उसके मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। अभिनव वार्ष्णेय वन्दे मातरम ग्रुप से जुड़ा हुआ है और सोशल मीडिया पर अक्सर समाजसेवा से जुड़ी पोस्ट करता रहता है। अब जब अभिनव का काला चिट्टा खुला तो लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। अभिनव की इस करतूत से वास्तविक रूप से निस्वार्थ भाव से समाजसेवा करने वाले उसकी निंदा कर रहे हैं और उसे समाजसेवा के नाम पर ढोंगी बता रहे हैं। 

पुलिस के मुताबिक विगत रविवार रात को एसओजी और बनभूलपुरा पुलिस की टीम ने हिमालया मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। यह वही मेडिकल स्टोर है जिसे अभिनव वार्ष्णेय चलाता है। पुलिस के मुताबिक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस पहले ही निरस्त हो चुका है। और लगातार नशे के इंजेक्शन व नशे की गोलियां बेचने की शिकायतें मिल रही थी। जिसके चलते उन्होंने चेकिंग अभियान चलाया। चेकिंग के दौरान अभिनव वार्ष्णेय के मेडिकल स्टोर से 96 नशे के कैप्सूल बरामद हुए। यही नहीं पुलिस के मुताबिक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस बीते अगस्त में निरस्त हो चुका है। आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके पास कोई कागजात नहीं है। 

वहीं इस कार्रवाई के बाद लोग अन्य मेडिकल स्टोरों पर भी इसी तरह छापेमारी करने की मांग करते हुए सुनाई दे रहे हैं। हांलाकि बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि नशे का कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा और नशा तस्करों और कारोबारियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।