उत्तराखंड:मदरसों ऑपरेशन सिंदूर सिलेबस में शामिल करने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना! बीजेपी को ट्रोल करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के साथ सिलेबस में क्या कुछ और शामिल करने की बात कही जानिए खबर के लिंक में

उत्तराखंड की धामी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रदेश में एक बड़ा फैसला लिया है। अब प्रदेश के मदरसों के सिलेबस में ऑपरेशन सिंदूर का पाठ शामिल किया जाएगा और पढ़ाया जाएगा।
इसी को लेकर अब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सेना के शौर्य और साहस का वर्णन होना यह अच्छी बात है और यह भी प्रेरणा देता है, लेकिन भाजपा को यह भी बताना पड़ेगा कि अडानी के किस कारोबार की वजह से ट्रंप के दबाव में आकर सीजफायर क्यों किया गया? साथ ही उन्हें यह भी बताना पड़ेगा कि आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करने से पहले पाकिस्तान को सूचना क्यों दी गई। करण महारा ने कहा कि सभी जानते हैं कि आतंकवाद को पाकिस्तान फंड करता है और वह पाकिस्तान की सेवा के लिए काम करते हैं तो ऐसे में जब जानकारी दी गई तो क्या वहां पर आतंकवादी उन ठिकानों पर टिके रहे होंगे यह सब भी उल्लेखित करना चाहिए।
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आपको बता दें कि उत्तराखंड के मदरसों के छात्र अब भारतीय सेना के पराक्रम की वीर गाथा को पढ़ेंगे नए पाठ्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर के चैप्टर को शामिल किया जा रहा है। उत्तराखंड के 451 पंजीकृत मदरसों में तकरीबन 50 हज़ार से ज़्यादा छात्र पढ़ते है। सेनाओं के वीर जवानों की गाथा को अब बच्चे भी पढ़ेंगे और ये इसलिए भी ज़रूरी है ताकि बच्चे सेना के पराक्रम को जान सके और उनको देश के सेनानियों का इतिहास भी याद रहे। इसी मामले में अब कांग्रेस ने बीजेपी को ट्रोल करते हुए तमाम और बातें भी पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात की है।
गौरतलब है कि भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 6 और 7 मई की रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 स्थानों पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल
मुजाहिदीन से जुड़े आतंकवादी शिविरों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए. इन आतंकी शिविरों से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें निर्देशित किया जा रहा था. भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई के दौरान सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और पाकिस्तान के किसी के किसी सैन्य प्रतिष्ठान व नागरिक ढांचों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.