उत्तराखण्डः पौड़ी में जितेन्द्र सिंह के आत्महत्या का मामला! शव रखकर परिजनों ने लगाया जाम, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

पौड़ी गढ़वाल। पौड़ी गढ़वाल में जितेन्द्र सिंह की आत्महत्या के मामले को लेकर प्रदेशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आज शुक्रवार को जितेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार किया जाना था, लेकिन परिजनों ने अंत्येष्टि करने से इंकार कर दिया। परिजनों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों की मांग है कि आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे आरोपी हिमांशु चमोली को फांसी की सजा दी जाए। जितेंद्र सिंह से लिए गए सभी पैसे परिवार को वापस लौटाए जाएं। जिन आरोपियों के नाम जितेंद्र ने लिए, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। शुक्रवार सुबह जब शव को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक घाट की ओर ले जाया जा रहा था, तभी जितेंद्र के परिजन और ग्रामीण शव को लेकर कीर्तिनगर पुल के पास पहुंच गए। यहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और धरना देने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोगों ने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। इस विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के कार्यकर्ता और आसपास के ग्रामीण भी शामिल हो गए। मृतक जितेंद्र सिंह के भाई नरेंद्र का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय का भरोसा नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के मामले में ऐसा ही हुआ था। कहा कि जब तक उन्हें लिखित में और प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन नहीं मिलता, तब तक वह अपने भाई के शव की अंत्येष्टि नहीं करेंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर तैनात है। इधर घटना के बाद भाजपा ने हिमांशु चौहान को तत्काल पार्टी से निकाल दिया है।