उत्तराखण्ड बिग ब्रेकिंगः 10 करोड़ से अधिक की ड्रग्स के साथ महिला गिरफ्तार! चंपावत पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दो आरोपी फरार

चंपावत। चंपावत पुलिस ने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 किलो 688 ग्राम एमडीएम ड्रग्स के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला के दो पुरुष साथी फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस की इस बड़ी सफलता पर आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने टीम को 20 हजार के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है। एसपी अजय गणपति ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि बरामद ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपए है। उन्होंने बताया कि हाल में ही महाराष्ट्र के थाने पुलिस द्वारा पिथौरागढ़ में एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई कार्यवाही का संज्ञान लेते हुए आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल द्वारा नेपाल सीमा पर सख़्त निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए थे।
आज शनिवार को सीओ टनकपुर वंदना वर्मा के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवान व एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने नेपाल सीमा से लगी शारदा नहर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान एक महिला इशा पत्नी राहुल कुमार, निवासी पंपापुर बनबसा को पिठ्ठू बैग लेकर नहर की ओर भागते हुए देखा। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस ने महिला को रोका तथा बैग की तलाशी ली गई, जिसमें 5 किलो 688 ग्राम एमडीएम ड्रग्स मिला। इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद होने पर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार महिला ने जानकारी दी कि बैग में एमडीएम ड्रग्स है, जो उसके पति राहुल कुमार व उसके सहयोगी कुणाल कोहली, निवासी टनकपुर द्वारा 27 जून को उसे पिथौरागढ़ से लाकर दिए थे। आजकल पुलिस की सक्रियता को देखते हुए आज वह बरामद माल को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी। इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार महिला का पति राहुल कुमार व उसका सहयोगी कुणाल कोहली फरार चल रहे हैं, जिसकी पुलिस द्वारा सरगर्मी से तलाश की जा रही है। एसपी ने बताया इन अपराधियों का इतिहास खंगालने पर पता चला कि इनके द्वारा पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र में नशीले पदार्थ बनाने के लिए एक लैब बनाई गई थी। जहां यह लोग इस ड्रग्स को तैयार करते थे। जिस पर पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा कार्रवाई कर इस लैब के उपकरणों को जब्त किया गया था। बताया कि इस ड्रग्स को यह लोग बड़े महानगरों खासकर मुंबई में ले जाया करते थे।