उत्तराखण्डः अल्मोड़ा पुलिस ने किया हत्याकाण्ड का खुलासा! पीआरडी कर्मी ने की थी लमगड़ा में महिला की हत्या, पूछताछ में बताई वजह?
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा पुलिस ने लमगड़ा क्षेत्र में हुई महिला की हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है। इस दौरान पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे मामले से पर्दा उठाया है। सोमवार को एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि विगत 14 नवंबर की रात्रि सांगड़ साहू गांव की महिला गंगा देवी की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या की गयी थी। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए उनके द्वारा तत्काल सांगड़ साहू गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। इसके बाद हत्याकाण्ड के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक हरबन्स सिंह व सीओ गोपाल दत्त जोशी के पर्यवेक्षण में निरीक्षक भुवन चन्द्र जोशी, थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक, सुनील सिंह बिष्ट, दिनेश नाथ महंत के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
सख्ती से पूछताछ पर टूटा आरोपी, इसलिए कर दी हत्या
महिला का घर एकांत में होने व आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण पुलिस टीम के लिये हत्या का खुलासा करना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया था। इसके बाद पुलिस टीमों द्वारा लमगड़ा क्षेत्र से लेकर हल्द्वानी तक लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों का गहन अवलोकन किया गया और कई लोगों से पूछताछ की गयी। इसी क्रम में आरोपी गोपाल सिंह को भी पूछताछ के लिये थाने लाया गया, जिसके कब्जे से 1,20,500 बरामद किए गए। सख्ती से पूछताछ करने पर गोपाल सिंह द्वारा गंगा देवी की हत्या कर गलोबन्द लूटना कबूल किया गया। आरोपी गोपाल सिंह ने बताया कि वह पीआरडी में कार्यरत है, साथ ही गांव में और लोगों के साथ-साथ मोहन सिंह (गंगा देवी के पति) के यहां भी खेत जोतने का कार्य करता था। जिससे उसे मजदूरी के रुप में पैसे मिल जाते थे। उसकी पुत्री की शादी नवंबर माह के अंत में तय थी, जिसके लिये वह पैसों का इंतजाम नही कर पा रहा था। गंगा देवी ने उसे लड़की की शादी के लिये 25 हजार रुपये देने का वादा किया था।
14 नवंबर को दिया था वारदात को अंजाम
14 नवंबर को गोपाल सिंह मृतका गंगा देवी के घर पहुंचा और रुपये मांगने पर गंगा देवी ने रुपये नही दिये तो गलोबन्द से उसका गला दबाकर कान के कुण्डल भी नोचने का प्रयास किया, लेकिन डोरी में बधा होने के कारण वह कुंडल नही ले पाया। गंगा देवी की सांसे रुकने के बाद गोपाल ने गलोबन्द निकालकर महिला को बेड में सुलाया और कम्बल डालकर घर को चला गया। गोपाल ने गलोबन्द को एक पत्थर के नीचे छुपा दिया था, जब पुलिस द्वारा पूछताछ की जाने लगी तो डर के कारण गलोबन्द का कुछ नही किया। जैसे-तैसे 30 नवंबर को उसने अपनी लड़की की शादी कर दी। फिर 9 दिसंबर को जब उसे लगा कि पुलिस का ध्यान उसकी ओर नही है, तब वह गलोबन्द बेचने हल्द्वानी चला गया। 10 दिसंबर को उसने झूठ बोलकर हल्द्वानी में एक सुनार की दुकान पर मृतका गंगा देवी का गलोबंद एक लाख छब्बीस हजार में बेच दिया था।
पुलिस टीम को किया पुरस्कृत
हत्याकांड का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल द्वारा 15,000 रुपये व एसएसपी द्वारा 10,000 रुपये के नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया।