भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में पिच को लेकर सचिन ने दिया बयान, रोचक होना चाहिए टेस्ट क्रिकेट   

Sachin gave a statement regarding the pitch in the Test series between India and Australia, Test cricket should be interesting

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई. इस सीरीज को भारत ने 2-1 से अपने नाम किया था. अब दोनों टीमों वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में टकराने वाली हैं. इस टेस्ट सीरीज के दौरान खेल पिच को लेकर भी काफी बातें हुई थीं.

नागपुर, दिल्ली और इंदौर में खेला गया मुकाबला तीन दिनों के भीतर ही समाप्त हो गया था. वहीं, अहमदाबाद टेस्ट में पांच दिनों का खेल हुआ. इसके बावजूद नतीजा नहीं निकला. शुरुआती तीन मुकाबलों में बल्ले पर गेंद पूरी तरह हावी रही, जबकि आखिरी मैच में बल्लेबाजों ने रन बरसाए. 

अब बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान पिच विवाद और मुकाबलों के जल्द समाप्त होने को लेकर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने बड़ा बयान दिया है. सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार (17 मार्च) को India Today Conclave (इंडिया टुडे कॉन्क्लेव) के सेशन Sachinism and the idea of India में इस मुद्दे पर अपनी राय बात रखी. सचिन तेंदुलकर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट रोचक होना चाहिए भले ही यह तीन-चार दिनों में ही क्यों ना खत्म हो जाए.


सचिन ने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट लोगों को खेल से जोड़े रखता है. ऐसे में यह मायने नहीं रखता है कि मुकाबला तीन या पांच दिनों में समाप्त हो रहा है. हम बाउंसी ट्रैक, स्पिनिंग ट्रैक, स्पिनिंग पर खेलने के लिए बने हुए हैं... वो भी ड्यूक्स, एसजी, कूकाबुरा जैसी गेंदों से. ये सब बातें टेस्ट क्रिकेट को काफी रोचक बनाती हैं.

गेंदबाजों के लिए भी कुछ होना चाहिए: सचिन
सचिन कहते हैं, 'मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर ये है कि हम किस तरह के सतह पर खेलते हैं. वनडे और टी20 फॉर्मेट बल्लेबाजों के पक्ष में रहता है. टी20 में हर गेंद पर एक्शन होता है. वनडे में 310-320 रन अब आसानी से बन जाते हैं. दर्शकों को जोड़े रखने और टेस्ट क्रिकेट को नंबर-1 बनाए रखने के लिए गेंदबाजों के लिए भी पिच में कुछ होना चाहिए.'

सचिन ने आगे बताया, 'गेंदबाजों का हरेक गेंद पर प्रश्न पूछना और बल्लेबाज को उसका जवाब देना तो बनता है. यदि आप डेडली ट्रैक बनाते हैं, तो बल्लेबाज आराम से खेलता है और कोई गलत शॉट मारने की कोशिश नहीं करता है. इससे दर्शकों के लिए गेम बोरिंग टाइप हो जाता है. मैं भी चाहता हूं कि टेस्ट क्रिकेट पांच दिन चले. यदि ऐसा नहीं भी हो रहा है और तीन-चार दिनों में नतीजे निकलने के बावजूद मुकाबले मजेदार हो रहे हैं, तो यह मायने रखता है. 3-4 दिनों का मैच ही टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखेगा.'

अच्छी बॉलिंग स्पैल कौन देखना चाहता है: सचिन
सचिन ने कहा, 'हमें टेस्ट मैच के जल्दी खत्म होने को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए. कोई दर्शक यह नहीं चाहता होगा कि मुकाबले का नतीजा नहीं निकले. दर्शक मैदान पर चौके-छक्के देखने जाते हैं, लेकिन कितने लोग एक अच्छी बॉलिंग स्पेल देखना चाहते हैं. फास्ट बॉलर्स जैसे शुरुआती स्पेल डालते हैं, वैसे ही स्पिनर्स एक चमत्कारिक स्पेल क्यों नहीं डाल सकता है. यदि बल्लेबाज अच्छी बैटिंग करेगा तो वह जरूर रन बनाएगा.'