रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से किया संन्यास का ऐलान! वनडे में जारी रखेंगे खेलना

Rohit Sharma announces retirement from Test cricket! Will continue playing in ODIs

भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। इससे अब सबसे लंबे प्रारूप में उनके भविष्य को लेकर चल रहीं अटकलों पर विराम लग गया है। रोहित टेस्ट प्रारूप में भारत के सबसे सफल बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 67 टेस्ट मुकाबलों में 12 शतकों और 18 अर्धशतकों की मदद से 40.57 के औसत से 4301 रन बनाए। 

रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान अपने सोशल मीडिया हैंडल से किया। उन्होंने इंस्टा स्टोरी पर अपनी टेस्ट कैप की तस्वीर साझा की और कैप्शन में लिखा- मैं आप सभी साथियों को बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। इस प्रारूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं वनडे में भारत के लिए खेलना जारी रखूंगा। भारत को टी20 विश्व कप 2024 का खिताब जिताने के बाद रोहित शर्मा ने विराट कोहली के साथ इस प्रारूप से संन्यास का एलान कर दिया था। भारत ने यह खिताब   दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर अपने नाम किया था। भारतीय टीम को दूसरी बार टी20 विश्व कप का खिताब दिलाने के बाद दोनों दिग्गजों ने टी20 से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। अब 38 वर्षीय बल्लेबाज ने क्रिकेट से लंबे प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर दी है। अब वह सिर्फ वनडे में भारत का नेतृत्व करते नजर आएंगे।

रोहित के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद यह साफ हो गया है कि इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम को नया टेस्ट कप्तान मिलेगा। इस दौड़ में जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत सबसे आगे चल रहे हैं। इस सीरीज की शुरुआत जून में होगी। रोहित 2024-25 सीजन के दौरान खराब दौर से गुजरे। उन्होंने 15 मैचों में 10.83 के औसत से 164 रन बनाए। रोहित बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान खराब फॉर्म में थे। इसके बाद वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में अपने बेटे के जन्म के कारण नहीं खेले थे। एडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट के दौरान जब रोहित वापस आए तो उन्होंने ओपनिंग नहीं की और यशस्वी जायसवाल तथा केएल राहुल को पारी का आगाज करने भेजा। रोहित की अनुपस्थिति में पहले टेस्ट में यशस्वी और राहुल की जोड़ी ने 201 रनों की साझेदारी की थी। रोहित छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन संघर्ष करते दिखे। ब्रिसबेन में खेले गए तीसरे टेस्ट में उन्होंने महज 10 रन बनाए। इसके बाद रोहित ने शीर्ष क्रम में वापसी की, लेकिन वहां भी असफल रहे और मेलबर्न टेस्ट में तीन और नौ रन बनाए। शुभमन गिल को चौथे टेस्ट से बाहर रखा गया था और फिर पांचवें टेस्ट के लिए रोहित की जगह गिल की वापसी हुई थी।