पंजाब:आई लव मोहम्मद के जवाब में जय श्री राम बोलने पर स्कूटी सवार को पीटा,अयूब-नमीन समेत चार लोगों पर एफआइआर दर्ज!

पंजाब के जालंधर में एक सामाजिक विवाद ने तूल पकड़ लिया, जब एक धार्मिक नारेबाजी को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए। यह घटना उस समय शुरू हुई, जब उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुआ 'आई लव मोहम्मद' अभियान पंजाब तक पहुंचा। शुक्रवार शाम को जालंधर के प्रेस क्लब चौक पर तनाव तब बढ़ गया, जब एक मुस्लिम संगठन पुलिस आयुक्त कार्यालय में आई लव मोहम्मद के बैनर के साथ ज्ञापन देने जा रहा था। इस दौरान संगठन के सदस्य 'अल्लाह हू अकबर' के नारे लगा रहे थे।
इसी बीच, रास्ते से गुजर रहे एक युवक ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। आरोप है कि मुस्लिम संगठन के कुछ लोगों ने युवक को रोक लिया, उसकी स्कूटी की चाबी छीन ली और उसके साथ धक्का-मुक्की की। देखते ही देखते दोनों समुदायों के लोग एकत्र हो गए। एक तरफ 'जय श्रीराम' तो दूसरी तरफ 'अल्लाह हू अकबर' के नारे गूंजने लगे।
हिंदू संगठनों ने इस घटना के विरोध में प्रेस क्लब चौक पर सड़क जाम कर दी और हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा। हिंदू संगठनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शनिवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया और करीब ढाई घंटे बाद धरना समाप्त किया। इस घटना के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया है, जिसे देखते हुए पुलिस ने भारी बल तैनात किया है।
पीड़ित युवक योगेश ने बताया कि वह सड़क से गुजर रहा था, जब उसने कुछ लोगों को 'अल्लाह हू अकबर' और अन्य नारे लगाते सुना। जवाब में उसने और कुछ अन्य लोगों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए। योगेश का कहना है कि भीड़ ने उसे घेर लिया और 'अल्लाह हू अकबर' बोलने के लिए दबाव डाला। जब उसने मना किया, तो उसके साथ मारपीट की गई और उसकी स्कूटी की चाबी छीन ली गई।
योगेश ने कहा जय श्री राम बोलने पर ऐसा किया जा रहा,वही वीडियो बना रहे शक्श ने भीड़ से पूछा कि आप आई लव मोहम्मद कह सकते हैं ये जय श्री राम क्यों नहीं कह सकता?योगेश ने कहा कि पुलिस के सामने मेरे साथ बदसलूकी हुई, लेकिन किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की। बाद में आसपास के लोगों ने मुझे बचाया।"
वहीं, ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के प्रमुख मोहम्मद अकबर अली ने इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनका संगठन देश में मुस्लिम समुदाय के साथ हो रहे कथित अन्याय के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देने जा रहा था। इस दौरान एक व्यक्ति ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। अकबर ने मारपीट के आरोपों को गलत बताया और कहा कि स्कूटी की चाबी वापस कर दी गई थी।
पुलिस उपायुक्त नरेश डोगरा ने स्थानीय मीडिया को बताया कि शिकायत के आधार पर मुस्लिम संगठन के अयूब खान, नमीन खान और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि शहर की शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और मामले की जांच जारी है।
यह घटना जालंधर में सामुदायिक तनाव को बढ़ाने वाली साबित हुई है, और प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।