नैनीताल:उड़ान!प्रतिभा के पंख’-सनवाल स्कूल के वार्षिक समारोह में झलकी बच्चों की रचनात्मक उड़ान!मुख्य अतिथि रहे कैप्टन मृदुल शाह ने बच्चों का बढ़ाया हौसला
नैनीताल।
सरोवर नगरी के प्रतिष्ठित सनवाल स्कूल के वार्षिक सांस्कृतिक समारोह “उड़ान – प्रतिभा के पंख” में गुरुवार को रंग, संगीत और उत्साह की मनमोहक झलक देखने को मिली।

मुख्य अतिथि कैप्टन मृदुल शाह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रधानाचार्य ए. इमैनुएल ने अतिथि का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और सभी अभिभावकों व आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।

शुरुआत स्कूल बैंड “सैनरॉक की सिम्फनी” के ऊर्जावान प्रदर्शन से हुई, जिसने पूरे सभागार में जोश भर दिया। इसके बाद छात्राओं के स्वागत नृत्य ने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।

बच्चों ने मंच पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से अपनी प्रतिभा का जादू बिखेरा— ‘हम धरती माता की देखभाल करते हैं’, ‘आइए दुनिया को दयालु बनाएं’, ‘अनसुने फिर भी अविस्मरणीय’, ‘सुरों का संगम’, और ‘ट्रोजन युद्ध’ जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावुक और प्रेरित दोनों किया।
समारोह के दूसरे दिन रंगारंग कार्यक्रमों के साथ दो दिवसीय उत्सव का समापन हुआ। मुख्य अतिथि कैप्टन मृदुल शाह ने कहा कि सनवाल स्कूल में करीब 40 साल बाद आना हुआ मेरी शुरुआती शिक्षा इसी स्कूल से हुई है ,आज यहाँ आना मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा आज स्कूल के वार्षिकोत्सव में शिक्षा के साथ सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में भी अनुकरणीय प्रदर्शन कर रहा है। यह स्कूल न केवल ज्ञान का केंद्र है, बल्कि बच्चों की सर्वांगीण प्रतिभा को निखारने का भी मंच है।

कार्यक्रम में स्कूल के प्रतिभावान छात्रों और शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार इत्यादि भी वितरित किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या ने स्कूल प्रबंधन और सभी शिक्षकगणों को धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में शहर की कई प्रमुख शिक्षण संस्थाओं की प्रधानाचार्याएं सिस्टर मंजूषा (सेंट मैरीज कान्वेंट), अंजीना रिचर्ड्स (ऑल सेट्स कॉलेज), राखी शाह (वृंदावन स्कूल), नीलू एल्हंस (रामा मोंटेसरी), और विनीता रावत (सेंट जॉन्स स्कूल) विशेष अतिथि रहीं। साथ ही कुर्मांचल बैंक के अध्यक्ष विनय शाह, आशा फाउंडेशन की अध्यक्ष आशा शर्मा, अलका होटल के स्वामी वेद शाह, और बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

पूरे समारोह में विद्यालय परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा और मंच पर बच्चों की प्रस्तुति ने यह साबित कर दिया कि सनवाल स्कूल के विद्यार्थी न केवल शिक्षा में बल्कि कला और संस्कार में भी अव्वल हैं।