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उत्तराखंड रेशम विभाग में मां नंदा-सुनंदा की प्रतिमा की बढ़ी डिमांड! राज्यपाल को भेंट की गयी रेशम कोये से बनी प्रतिमा

Demand for the statue of Mother Nanda-Sunanda increased in Uttarakhand Silk Department! A statue made of silk cocoon was presented to the Governor

हल्द्वानी। हल्द्वानी में उत्तराखंड रमेश विभाग किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़ने के साथ-साथ रेशम से बने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए महिला सहायता समूह के लिए योजना चला रहा है, जिसमें रेशम से बने उत्पादों की डिमांड उत्तराखंड के साथ-साथ कई राज्यों में बढ़ रही है। रेशम नई पहल के तहत स्वयं सहायता समूह हल्द्वानी द्वारा रेशम कोये से विभिन्न सुन्दर व आकर्षक उत्पाद बनाकर नये कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। रेशम विभाग से जुड़े महिला सहायता समूह द्वारा रेशम की कोये उत्तराखंड की कुलदेवी मां नंदा सुनंदा की प्रतिमा तैयार की जा रह है जिसकी लगातार मांग बढ़ रही है। नतीजतन सहायता समूह द्वारा प्रतिवर्ष 8 लाख का कारोबार किया जा रहा है। इसी के तहत गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने उत्तराखण्ड के प्रथम नागरिक राज्यपाल उत्तराखण्ड ले. ज. (सेनि) गुरमीत सिंह को रेशम कोये से निर्मित मां नन्दा सुनन्दा की प्रतिमा भेंट की गयी। उप निदेशक रेशम विभाग कुमाऊं मंडल हेम चन्द्र ने बताया कि रेशम नई पहल स्वयं सहायता समूह हल्द्वानी टीम रेशम से बने उत्पादों पर पिछले कई सालों से काम कर रही है। जिसके चलते विभिन्न संस्थानों एवं व्यक्तियों द्वारा समूह को निरन्तर आर्डर प्राप्त हो रहे हैं और उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव रेशम फैडरेशन, देहरादून द्वारा भी उक्त महिला समूह से लगभग 2.50 लाख के उत्पाद क्रय किये जा चुके हैं। वहीं महिला सहायता समूह के अध्यक्ष किरण जोशी ने बताया कि रेशम विभाग के सहयोग से रेशम कोये से अत्यधिक आकर्षक एवं मनमोहक उत्पाद बनाये जा रहे हैं जो कि पूरे देश में रेशम कोये से निर्मित ऐसे पहले उत्पाद हैं।