Cyclone Mocha:मौसम का उलटफेर लाएगा साल का पहला साइक्लोन"मोचा"!मौसम विभाग ने बुलाई बैठक,किसी भी स्थिति में तैयार रहने के दिये अधिकारियों को निर्देश!इंसानों को भी उड़ाने की ताकत रखता है साइक्लोन
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई और मई के महीने में ही भारी बारिश तेज़ हवाएं और तूफान कई राज्यो में लगातार जारी है। मौसम की इस बेमौसम करवट को लेकर मौसम विभाग के वैज्ञानिक भी हैरत भी है। इसी बीच एक और परेशान करने वाली खबर सामने आयी है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक साइक्लोन बनने के आसार नजर आ रहे है। इसे साइक्लोन मोचा कहा जा रहा है। अगले 48 घन्टो में उड़ीसा और बंगाल के बीच मौसम में तेज़ी से बदलाव देखने को मिलेगा। इस साइक्लोन यानी चक्रवात से एक लो प्रेशर एरिया जेनरेट होगा जो काफी प्रभावित कर सकता है।
बताया जा रहा है कि अगर ये चक्रवात का रूप धारण करता है तो ये साल का पहला साइक्लोन होगा जिसका असर मई के दूसरे हफ्ते में ज्यादा देखने को मिलेगा और ये काफी शक्तिशाली भी हो सकता है। इस साइक्लोन का नाम मोचा रखा गया है जो कि यमन ने रखा है ये लाल सागर के तटीय बंदरगाह के आधार पर है। कहा जा रहा है कि इस चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार में भी देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के इस अपडेट के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने अधिकारियों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है।
क्या होते है साइक्लोन और कौन रखता है इनके नाम?
साइक्लोन या चक्रवात का नाम लेते ही आंखों के सामने बेतहाशा बारिश और तेज हवाओं की तस्वीर घूम जाती है। अगर आप इसका ग्राफ देखेंगे तो आपको लगेगा कि आप इंग्लिश का U अक्षर देख रहे हैं जो दोनों हाथों में तेज हवाओं और बारिश का झुंड लेकर आगे चल रहा है। वैसे तो ये कम दवाब वाली गर्म हवा के चारों ओर एक चक्र बनाए रखते हैं और जब ये किसी ठंडी चीज से टकराते हैं तो ये भयंकर तूफानों में तब्दील हो जाते हैं। जिसे बहुत बारिश और तेज हवाओं चलतीहैं, जो कि अपने साथ मनुष्यों को भी उड़ाने का दम रखती हैं।
साइक्लोन दो तरह से होते हैं,
Tropical cyclone
Temperate cyclones।
Southern गोलार्ध में तूफान आता है तो इसे 'साइक्लोन' कहते हैं और जब Northern गोलार्ध में तूफान आता है तो इसे 'हरीकेन' या 'टाइफून' कहते हैं।
साल 1953 से विश्व मौसम संगठन ने एक कमेटी बनाई है जो कि तूफानों का नाम बारी-बारी से रखते हैं। इस कमेटी में 13 देश हैं,इनमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल है।