चंडीगढ़ नगर निगम को मिला 125 करोड़ का फंड, शहर की सड़कें जल्द होंगी चकाचक, अधूरे काम भी किए जाएंगे पूरे

चंडीगढ़ नगर निगम के लिए केंद्र से राहत मिली है। दरअसल, चंडीगढ़ नगर निगम की लंबे समय से कमजोर चल रही आर्थिक स्थिति को राहत पहुंचाने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से 125 करोड़ रुपये का फंड जारी किया गया है। यह राशि चंडीगढ़ मेयर हरप्रीत कौर बबला की प्रशासक गुलाब चंद कटारिया द्वारा सौंपी गई। इस दौरान निगम कमिश्नर अमित कुमार और बीजेपी अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा भी मौजूद रहे।
केंद्र से मिले इस बजट से नगर निगम स्वच्छता, जलापूर्ति, कचरा प्रबंधन और सड़क प्रकाश जैसी आवश्यक सेवाओं की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। साथ ही V4, V5 और V6 सड़कों के कालीनन और रखरखाव जैसे कई अधूरे पड़े प्रोजेक्ट्स को भी दोबारा से शुरू किया जाएगा। वित्तीय अभाव के चलते जिन विकास कार्यों की गति थम गई थी, वे अब तेज़ी से आगे बढ़ पाएंगे। वहीं, इस मुद्दे को लेकर मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि 'शहर में काफी विकास कार्य फंड की कमी के कारण रुके थे. ऐसे में रुके कामों को पूरा करना हमारी प्राथमिकता रहेगी. सबसे पहले शहर की सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा। जिन ठेकेदारों की पेमेंट रुकी है, उनकी पेमेंट पूरी कर दी जाएगी। अगले साल नगर निगम की ओर से 1 हजार करोड़ रुपये फंड लिया जाएगा। ताकि नगर निगम में फंड का क्रंच न पड़े. विकास कार्य हो सके और अगले महापौर को भी यह दिक्कत न उठानी पड़े।
बीते लंबे समय से नगर निगम वित्तीय संकट से जूझ रहा है। जिसकी वजह से शहर के विकास कार्य ठप पड़े हुए थे। कांग्रेस ने कुछ दिन पहले ही शहर की सड़कों की बदहाली को लेकर प्रदर्शन कर सरकार को घेरा था। इसके अलावा, आउटसोर्सिंग और सफाई कर्मचारियों का वेतन न मिलने के चलते, शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए थे। मेयर की ओर से चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को वित्तीय संकट के लिए बार-बार पत्र लिखकर नियम की हालत बयान करनी पड़ रही थी। हाल ही में नगर निगम की बैठक भी हुई थी। सदन में विपक्ष की ओर से मेयर पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे थे. ऐसे में नगर निगम को केंद्र की ओर से एक बड़ी राहत दी गई है।