जोशीमठ के दुरुस्त गांव थैंग में पहली बार पहुंची बस! ग्रामीणों ने खुशी में पूरे गांव में मिठाई बांटकर एक दूसरे को बधाई दी
जोशीमठ। उत्तराखंड में एक गांव ऐसा है जहां आजादी के 75 साल बाद पहली बार बस पहुंची है। जी हाँ तब भले ही ये गांव उत्तरप्रदेश में था लेकिन पर्वतीय जिलों के विकास का सपना लिए पृथक राज्य उत्तराखंड बनने के बाद भी ये गांव बस को तरसता रहा।
ये गांव उत्तराखंड के जोशीमठ के विकासखंड का दुरुस्त गांव थैंग है। जहां पहली बार बस पहुंचने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी है। थैंग गांव में पहली बार बस पहुंचने के बाद अब उम्मीद जगी है कि गांव का विकास होगा और यहां चैनाप फूलों की घाटी में भी टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। थैंग में जब पहली बार बस पहुंची तब ग्रामीणों ने खुशी में पूरे गांव में मिठाई बांटकर एक दूसरे को बधाई दी। कई ग्रामीणों ने नई बस में बैठकर सफर भी किया।
थैंग में बस पहुंचने पर ग्राम प्रधान महावीर सिंह पंवार ने खुशी जाहिर की और कहा कि यहां 2009में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ था,जिसके बाद अब जाकर यहां पहली बार बस पहुंची है। उन्होंने सरकार का आभार जताया और कहा कि अब उम्मीद है कि यहां गांव का विकास भी होगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे जिससे थैंग गांव के साथ साथ पूरे क्षेत्र का विकास होगा।