Awaaz24x7-government

सिर फोड़ देना : ये ऑर्डर देने वाले एसडीएम कौन है? सोशल मीडिया में वायरल हो रही वीडियो को लोग हैशटैग के साथ पोस्ट कर रहे एसडीएम सस्पेंड करो

Burst the head: who is the SDM who gave this order? Suspend the SDM posting the video going viral in social media with hashtags.

"सर फाड़ दो"का ऑर्डर देने वाले एसडीएम रातों रात सोशल मीडिया में वायरल होने लगे है। शनिवार 28 अगस्त को हरियाणा के करनाल में आंदोलन कर रहे किसानों पर जमकर लाठियां बरसाई गयी, किसानों को दौड़ा दौड़ा कर मारा गया। आंदोलन कर रहे किसानों के लिए एसडीएम आयुष सिन्हा ने सर फोड़ दो जैसा फरमान पुलिस को सुना दिया। इसकी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद आयुष सिन्हा पिछले 24 घण्टो में "एसडीएम को सस्पेंड करो" के साथ सबसे ज्यादा हैशटैग वाले अधिकारी बन गए।


दरअसल 28 अगस्त को पंचायत चुनाव को लेकर बीजेपी की एक मीटिंग थी।और लॉ एंड ऑर्डर की ज़िम्मेदारी एसडीएम आयुष सिन्हा पर थी।इंडियन एक्सप्रेस में  प्रकाशित हुई खबर के मुताबिक वायरल हो रही वीडियो की घटना पर आयुष सिन्हा ने कहा कि “विरोध स्थल और बैठक के स्थान के बीच मुख्य रूप से तीन चेकपॉइंट थे, मुझे सभा स्थल के पास तीसरे और अंतिम चेकपोस्ट पर तैनात किया गया था, यहां किसी के पहुंचने का मतलब है कि वो दो चेकपोस्ट पार करके यहां आया है,ये तीसरा नाका, मीटिंग के बेहद पास था। अगर ये तीसरा नाका टूट जाता तो हंगामे और तोड़फोड़ की आशंका थी। दूसरी बात ये कि कुछ अवांछित तत्व भी इस प्रदर्शन का हिस्सा बने हुए थे, ये सुरक्षा के लिए चूक साबित हो सकती थी। ”उन्होंने आगे कहा कि वायरल वीडियो के छेड़छाड़ की गई है क्योंकि वीडियो में सिर्फ एक हिस्सा ही दिखाया गया है जिसमे लाठीचार्ज की बात की गई ब्रीफिंग के केवल एक चुनिंदा हिस्से को ही लीक किया गया। उन्होंने कहा सारी बाते दिमाग मे रखते हुए मैंने जवानों को निर्देश दिए थे जो कुछ भी मैने कहा वो सीआरपीसी के प्रावधान है , जवानों को मैंने कहा था कि प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देंगे वॉटर कैनन का यूज करेंगे, आंसू गैस की घोषणा करेंगे, और अगर ज़रूरत हुई तो लाठीचार्ज भी करेंगे। मेरी कही बात को तोड़मरोड़ कर लीक किया है।

आपको बता दे  SDM आयुष सिन्हा ने 2017 के UPSC-2017 परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल की थी। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में ये कमाल कर दिखाया था, वो पहली बार था जब आयुष सिन्हा सुर्खियों में आए थे और हर तरफ उनकी चर्चा थी, इससे पहले आयुष ने BITS गोवा से केमिकल इंजीनियरिंग भी कर रखी है। उनके पास बायोलॉजिकल साइंस में एक मास्टर डिग्री भी है। 

लेकिन आयुष का हमेशा से ही एक IAS बनने का सपना था। ऐसे में केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने अपनी राह बदल ली और UPSC परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास मे 100वीं रैंक हासिल कर ली थी और उन्हें IRS के लिए सलेक्ट भी कर लिया गया था,लेकिन आयुष इतने से संतुष्ट नहीं थे, उन्हें तो खुद को बतौर सिर्फ IAS ही देखना था, ऐसे में उन्होंने कुछ समय के लिए नागपुर में IRS वाली ट्रेनिंग जरूर की, लेकिन बाद में एक ब्रेक लेकर फिर UPSC की तैयारी में जुट लिए।

फैमिली बैकग्राउंड की अगर बात करे तो उन्हें परिवार की ओर से भरपूर सहयोग मिला। उस तैयारी का पूरा फायदा मिला और उन्होंने साल 2017 में कमाल कर दिखाया. उन्होंने UPSC-2017 परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल कर ली और वे एक IAS अफसर बन गए। वैसे आयुष सिन्हा का पूरा परिवार भी काफी पढ़ा-लिखा और सभी बड़े पद पर आसीन रहे हैं। आयुष के पिता पीके सिन्हा एक जमाने में वन अधिकारी रह चुके हैं, वहीं उनकी मां St Bede’s College में बतौर प्रोफेसर काम कर चुकी हैं। आयुष के एक अंकल भी हैं अतुल वर्मा जो हिमाचल में ADGP स्तर के अधिकारी हैं।

सोशल मीडिया (Social Media) पर अब उनकी एक और पुरानी पोस्ट भी खूब वायरल हो रही है जिसमें आयुष सिन्हा ने किसी को इंटरव्यू देते समय कहा था कि वे हमेशा से ही एक IAS ऑफिसर बनना चाहते थे, जब 15 साल पहले वे अपने पिता के साथ एक गांव गए थे, तब उन्होंने पाया कि उनके पिता की वजह से कई लोगों की जिंदगी वहां हमेशा के लिए बदल गई, उस समय आयुष के पिता वन अधिकारी थे। उसी पल से आयुष ने भी ऑफिसर बनने की ठान ली थी और समाज में सुधार लाने का प्रण लिया था, अब उसी पोस्ट को आधार बनाकर कई लोग आयुष पर अब वार कर रहे हैं. हर कोई उन्हें उनका 'सिर फोड़ देना' वाला बयान याद दिला रहा है।