उत्तराखण्डः भाजपा विधायक के भाई की गिरफ्तारी पर गरमाई सियासत! कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला, जानें क्या है पूरा मामला
चंपावत। बनबसा में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा में तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने रूटीन चेकिंग के दौरान 40 जिंदा 7.65 एमएम के कारतूसों के साथ दो भारतीय मूल के लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी भाजपा विधायक का भाई बताया जा रहा है। घटनाक्रम शुक्रवार देर शाम का है जब बनबसा में भारत नेपाल बॉर्डर पर तैनात सीमा सुरक्षा बल की 57 वाहिनी के जवानों द्वारा यात्रियों की गहन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान संदिग्ध अवस्था में यात्रा कर रहे दो व्यक्तियों को चेकिंग के लिए रोका गया। रोके जाने पर पहले तो दोनों ने चेकिंग से आनाकानी करने की कोशिश की, लेकिन जब जवानों द्वारा उनकी चेकिंग की गई तो उनके सामान से 7.65 एमएम के 40 जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम सतीश नैनवाल निवासी नैनीताल एवं दिनेश चंद्र निवासी अल्मोड़ा बताया है। इसके बाद आरोपियों को बनबसा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। मामले में चंपावत के पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि अपराधी इतनी बड़ी मात्रा में कारतूस कहां से लाए और किस मकसद से ले जाए जा रहे थे? इस बारे में उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा राज में जो हो रहा है वो जनता को दिख रहा है। कहा कि बनबसा में सत्ता पक्ष के लोगों के सगे-सबंधी ज़िंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार हुए है। कहा कि इस मामले को अब दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना है कि नेपाल के बॉर्डर से लगे जिलों ने पहले भी इस बात की चिंता की थी की बॉर्डर पर कुछ अवैध गतिविधियां हो रही है जिसको आज प्रमाण मिल गया है कि इस प्रकार की गतिविधियों में कौन शामिल है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनके द्वारा और प्रमाण इक्कठे किए जा रहे है इसके बाद महामहिम राज्यपाल से मिलकर इस विषय को उठाया जाएगा।