बड़ी खबरः तो क्या नेपाल की कमान संभालेंगी सुशीला कार्की! Gen-Z की ऑनलाइन सभा में मिला भारी समर्थन, जानें कौन हैं सुशीला कार्की?

नई दिल्ली। हिंसा और सत्ता संकट के बीच नेपाल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। इस बीच आज Gen-Z आंदोलनकारियों ने वर्चुअल बैठक बुलाई। इस ऑनलाइन सभा में 5,000 से ज्यादा युवाओं ने हिस्सा लिया और सबसे ज़्यादा समर्थन पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को मिला। इस बैठक में काठमांडू के मेयर बालेन शाह जिन्हें अब तक Gen-Z का पोस्टर लीडर माना जाता रहा है, उन्होंने युवाओं की अपील का कोई जवाब नहीं दिया। एक प्रतिनिधि ने कहा कि उन्होंने हमारी कॉल नहीं उठाई,चर्चा फिर दूसरे नामों की ओर चली गई और सबसे अधिक समर्थन सुशीला कार्की को मिला। कार्की ने इससे पहले पीएम पद के लिए कम से कम 1,000 लिखित हस्ताक्षर की शर्त रखी थी। सूत्रों के मुताबिक अब तक उन्हें 2,500 से अधिक समर्थन पत्र मिल चुके हैं। बता दें कि सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश हैं, जिन्होंने 2016 में पद संभाला। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शिक्षक के रूप में की और बाद में सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं। कार्की भ्रष्टाचार मामलों में बेखौफ और सख्त रुख के लिए जानी जाती हैं। वह 2006 में संवैधानिक मसौदा समिति की सदस्य भी रह चुकी हैं। 2009 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट की एड-हॉक जज नियुक्त किया गया और 2010 में स्थायी जज बना दिया गया। 2016 में उन्होंने पहले कार्यवाहक और फिर स्थायी मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद संभाला। उन्होंने बीएचयू, वाराणसी से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। उनकी नियुक्ति नेपाल में महिलाओं के लिए समानता और संवैधानिक अधिकारों की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी गई।