बड़ी उपलब्धिः शैक्षणिक टूर पर जापान पहुंचे जखोली के मयंक राणा! देश के 53 और प्रदेश के तीन छात्रों का हुआ है चयन

Big achievement: Mayank Rana of Jakholi reached Japan on an educational tour! 53 students from the country and three from the state have been selected

रुद्रप्रयाग। विकासखंड जखोली के पीएम राजकीय आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज पौंठी में 11वीं कक्षा के छात्र मयंक राणा ने स्कूली छात्रों के लिए मिसाल पेश की है। उनका चयन जापान के सकुरा विज्ञान शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के लिए हुआ था, जिसके बाद मयंक शैक्षणिक टूर पर जापान पहुंच गए हैं। कार्यक्रम में देश के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को जापान के एजुकेशन टूर के लिए आमंत्रित किया जाता है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिवार, शिक्षक समेत जनपदवासियों ने खुशी जाहिर की है। जिला समन्वयक इंस्पायर रमेश चन्द्र मैठाणी ने बताया कि मयंक राणा ने भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा आयोजित होने वाले इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया था, जिसमें मयंक ने अपने इनोवेटिव आइडिया का जनपद एवं राज्य स्तर पर चयन के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया गया था।

राष्ट्रीय स्तर पर यह प्रतियोगिता भारत मंडपम नई दिल्ली में आयोजित की गई थी, जिसमें देशभर से आए 350 इनोवेटिव आइडियाज में से 31 आइडियाज का फाइनल सिलेक्शन हुआ था, जिसमें मयंक का इनोवेटिव आइडिया भी था। जिसके बाद चयनित छात्र-छात्राएं ही जापान के एजुकेशनल टूर पर गए। कार्यक्रम के तहत भारत के विभिन्न राज्यों के 53 बच्चों के साथ मयंक द्वारा इस अवधि में जापान की विभिन्न विज्ञान संस्थाओं व जापान की स्पेस एजेंसी का भ्रमण किया गया। उसे जापान के प्रमुख वैज्ञानिकों तथा गणितज्ञों के विचारों को सुनने का अवसर भी प्राप्त हुआ। मयंक के मार्गदर्शक टीचर पीयूष शर्मा ने कहा कि जनपद के एक सुदूर गांव के छात्र का चयन जापान के विज्ञान कार्यक्रम के लिए होना ना केवल जनपद बल्कि राज्य और देश के लिए भी गर्व की बात है। मयंक के पिता जहां एक साधारण किसान हैं, वहीं उसकी मां गांव के ही प्राइमरी विद्यालय में भोजन माता का कार्य करती हैं। वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है कि मयंक कि ये उपलब्धि अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा है। अन्य छात्र-छात्राएं भी उससे प्रेरित होकर विज्ञान अन्य विषयों में इसी तरह का बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं।