बांग्लादेश हिंसाः हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी! युनूस सरकार का बड़ा एक्शन
नई दिल्ली। बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां मयमनसिंह जिले के वालुका इलाके में हिंदू धर्म के अनुयायी 22 वर्षीय युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या के मामले में सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि मृतक की पहचान 27 वर्षीय दीपू चंद्र दास बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले के ताराकांदा उपजिला का रहने वाला था। वह पायनियर निटवेयर्स लिमिटेड नाम की गारमेंट फैक्ट्री में काम करता था। यह घटना 18 दिसंबर की रात करीब 9ः15 बजे मयमनसिंह के भालुका इलाके के जामिरदिया दुबलियापाड़ा क्षेत्र में फैक्ट्री के बाहर हुई। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दीपू चंद्र दास फैक्ट्री के लिंकिंग सेक्शन में काम कर रहा था। इसी दौरान कथित तौर पर उसने एक सहकर्मी से बातचीत में आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस बात की जानकारी तेजी से फैक्ट्री के बाहर फैल गई। कुछ ही समय में सैकड़ों लोग फैक्ट्री गेट के बाहर जमा हो गए और देखते-देखते भीड़ की संख्या 1500 से 2000 के बीच पहुंच गई। भीड़ में आक्रोश बढ़ता गया। नारेबाजी शुरू हुई और प्रदर्शनकारी फैक्ट्री के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे।
फैक्ट्री कर्मचारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव की स्थिति बन गई। हालात बिगड़ते देख औद्योगिक पुलिस और भालुका मॉडल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को कंट्रोल करने का प्रयास किया। युवक की मौत के बाद भी भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। आरोप है कि शव को निर्वस्त्र कर ढाका-मयमनसिंह हाइवे तक घसीटा गया। वहां सड़क जाम कर दी गई। इसके बाद शव को रोड डिवाइडर पर एक पेड़ या खंभे से टांग दिया गया। रात करीब 11ः15 बजे भीड़ ने शव पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। यह पूरी घटना सार्वजनिक रूप से हुई, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। मामले में बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन ने एक्शन लेते हुए अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बांग्लादेश सरकार के चीफ एडवाइजर के आधिकारिक बयान के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में 19 साल का मोहम्मद लिमोन सरकार, 19 साल का मोहम्मद तारेक हुसैन, 20 वर्षीय मोहम्मद मानिक मिया, 39 वर्षीय इरशाद अली, 20 वर्षीय निजुम उद्दीन, 38 वर्षीय आलमगीर हुसैन और 46 वर्षीय मोहम्मद मिराज हुसैन अकॉन शामिल हैं।