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विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण बोले –विकसित भारत के लिए नागरिकों का सक्रिय योगदान और बच्चों को संस्कारों से जोड़ना जरूरी

Assembly Speaker Harvindra Kalyan said – Active contribution of citizens and connecting children with values ​​is necessary for a developed India

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सरकार की योजनाओं के साथ-साथ नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि केवल विकास कार्य ही पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कारों से जोड़ना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। वे सोनीपत के शिवा शिक्षा सदन स्कूल में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित 63वें स्थापना दिवस समारोह और गुरु वंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने दीप प्रज्वलन कर की। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को सम्मानित भी किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब किसी को सम्मान मिलता है तो उसका मनोबल बढ़ता है और वह समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनता है। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि भारत की युवा पीढ़ी यदि अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़ी रहे और आधुनिक तकनीक का सही ढंग से उपयोग करे, तो वे हर चुनौती का डटकर सामना कर सकेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल शिक्षा ही सफलता का आधार नहीं है। बच्चों में सेवा भाव, संयम और परिश्रम की आदत भी उतनी ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन में चुनौतियाँ समय-समय पर सामने आती हैं, और यदि हमारे भीतर सेवा भाव और धैर्य है तो कोई भी मुश्किल रास्ता आसान हो जाता है।

कल्याण ने हाल ही में आई बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदाएँ केवल सरकार के लिए चुनौती नहीं होतीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को मिलकर इनका सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों की मदद करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और यही हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी पहचान भी है। उन्होंने बच्चों को संदेश दिया कि यदि वे सेवा भाव और संयम के साथ मेहनत करेंगे तो जीवन में सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि समाज और राष्ट्र के विकास के लिए शिक्षा और संस्कारों का संतुलन बेहद आवश्यक है। भारत विकास परिषद की सराहना करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह संगठन समाज में संस्कृति, शिक्षा और सेवा के मूल्यों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। परिषद द्वारा आयोजित प्रतियोगिताएं बच्चों में आत्मविश्वास और रचनात्मकता बढ़ाने का माध्यम बन रही हैं। समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भी विधानसभा अध्यक्ष के विचारों का समर्थन किया और बच्चों को संस्कार, शिक्षा और तकनीक तीनों के संतुलन की ओर प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। अंत में परिषद पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार जताया और समाजहित के कार्यों को और आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।