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एक विवाह ऐसा भीः दुल्हन लेने के लिए हेलिकॉप्टर से पहुंचा दूल्हा! जिला प्रशासन ने नहीं दी लैंडिंग की इजाजत, गांव के ऊपर हवा में ही लिए सात फेरे

A marriage like this: The groom arrived by helicopter to pick up the bride! District administration did not give permission for landing, took seven rounds in the air above the village

नई दिल्ली। बिहार के जहानाबाद जिले में एक ऐसी शादी हुई है जिसने सभी का ध्यान अपनी आकर्षित किया है। इस शादी को लेकर हर जगह चर्चा हो रही है। खबरों की मानें तो यहां एक दूल्हा हेलिकॉप्टर से सात फेरे लेने के लिए पहुंचा था, लेकिन जिला प्रशासन ने लैंडिंग की इजाजत नहीं दी। इसके बाद लड़के वाले ने गांव के ऊपर से ही हेलिकॉप्टर से सात फेरे लगाए। वहीं वर और वधु को गया एयरपोर्ट के रास्ते जमशेदपुर के लिए विदा करना पड़ा। यह मामला जहानाबाद जिले के घोषी थाना इलाके के मोहद्दीपुर गांव का है। 

मोहद्दीपुर गांव के रहने वाले रामानंद दास की  दिली ख्वाहिश थी कि वह अपनी डॉक्टर बेटी को शादी करने के बाद हेलिकॉप्टर से विदाई करें। दुल्हन की मां राजकुमारी भी हाल ही में रेलवे के हॉस्पिटल से रिटायर्ड हुई थीं।उनकी भी इच्छा थी कि बेटी की शादी के बाद गांव से ही हेलिकॉप्टर से ही विदा की जाए। लेकिन प्रशान से इजाजत नहीं मिलने के बाद वर-वधु को गया एयरपोर्ट से ही उड़ान भरना पड़ी। प्रशासनिक सहमति नहीं मिलने के बाद दुल्हन के परिवार वालों में काफी अफसोस एवं प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है। 

रामानंद दास अपनी डॉक्टर बेटी मेघा रानी की शादी 27 नवंबर को जमशेदपुर के रहने वाले डॉ विवेक कुमार से बोधगया के होटल में की थी। 28 नवंबर को अपने पैतृक मोहद्दीपुर  गांव से हेलिकॉप्टर  में बैठकर विदा करने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली थीं। विदाई के लिए उनके बेटे मृत्युंजय कुमार ने पटना से लगभग 9 लाख रुपए में हेलिकॉप्टर किराए पर बुक कराया था। 

दुल्हन के घरवालों ने हेलिकॉप्टर लैंडिंग के लिए गांव के खेत में ही हेलीपैड तैयार कर लिया था, लेकिन सिक्योरिटी का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने लैंडिग की परमिशन नहीं दी, जिसकी वजह से गया एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर चलकर मोहद्दीपुर गांव के ऊपर मंडराया और सात फेरे लगाए और फिर जमशेदपुर के लिए रवाना हो गया।