तिलसारी गाव में सालों से नहीं हुई पशु चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति! केंद्र में लटका हैं ताला,पशुपालन पर टिकी है ग्रामीणों की आजीविका

बागेश्वर: गरुड़ ब्लॉक के तिलसारी गाव में पशुपालन विभाग की ओर से पशु चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गई है। आलम ये है कि पशु अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पद खाली पड़े हुए हैं। जिसके पशुपालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पशुओं को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। यह समस्या तब और बढ़ जाता है, जब क्षेत्र में मवेशियों में बीमारी फैल जाती है।
बागेश्वर जनपद के गरुड़ ब्लॉक के तिलसारी गाव में 15 साल पहले पशु सेवा केंद्र बनाया गया था। जिससे यहाँ के लोगों को अपने पशुओं के इलाज के लिए गरुड़ नही जाना पड़े मगर आज तक यहा पशु चिकित्सक की नियुक्ति नही हो पायी है। गामीणों का कहना है, की इसके बारे में कई बार प्रदेश सरकार से लेकर उच्च अधिकारीयों को सूचना दे दी गयी है मगर आज तक इस पर कोई अमल नही हुआ। जिस कारण पशु सेवा केंद्र में ताला लटका हुआ हैं। मटे तिलसारी के निवासी ललित परिहार का कहना हैं की पशु सेवा केंद्र जब शुरू हुवा तब शुरुवात में एक फोर्थ क्लास कर्मचारी यहां नियुक्त किया गया और कुछ समय बाद उसे भी विभाग द्वारा यहां से हटा दिया तब से यह केंद्र बंद पड़ा हैं, उन्होंने कहा की इस केंद्र के संचालन से अगर, मटे, तिलसारी, ग्वालिबन, नर्गवाड़ी गांव के लिए अपने पशुओं के इलाज में आसानी होती हैं। मगर इस केंद्र के बंद होने से ग्रामीण 15 से 18. किमी दूर ब्लाक मुख्यालय पशु अस्पताल जाने को विवस हैँ। उन्होंने सरकार व प्रशासन से जल्द पशु सेवा केंद्र तिलसारी में चिकित्सक की नियुक्ति करने की मांग की हैं।