दुखदः मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का निधन! 73 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, बीजेपी सांसद बांसुरी के सिर से उठा पिता का साया
नई दिल्ली। मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज के पिता स्वराज कौशल का आज 4 दिसंबर को निधन हो गया। उन्होंने 73 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। दिल्ली बीजेपी ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए यह दुखद खबर दी। बता दें कि स्वराज कौशल देश के प्रतिष्ठित वरिष्ठ अधिवक्ताओं में गिने जाते थे। वे मिजोरम के पूर्व राज्यपाल भी रहे और सार्वजनिक जीवन में उनकी पहचान बेहद ईमानदार और तेज सोच वाले प्रशासक की रही। बीजेपी ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार आज शाम 4ः30 बजे लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा। राजनीति और कानून दोनों क्षेत्रों में अपनी मजबूत छाप छोड़ने वाले स्वराज कौशल का जाना देश के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है। स्वराज कौशल कानून के जानकार थे। पूर्वोत्तर भारत में शांति लाने वाले दूत थे और देश के सबसे युवा राज्यपालों में से एक थे।
आज उनके जाने से बांसुरी स्वराज ने अपने पिता और मेंटर दोनों को खो दिया है। स्वराज कौशल ने साल 1990 में उन्हें मिजोरम का राज्यपाल बनाया गया था। उस वक्त उनकी उम्र महज 37 साल थी। देश के इतिहास में वे सबसे कम उम्र में गवर्नर बनने वाले शख्स थे। वे 1990 से 1993 तक इस पद पर रहे। इसके अलावा वे 1998 से 2004 तक हरियाणा से राज्यसभा सांसद भी रहे। सुप्रीम कोर्ट में वे सीनियर एडवोकेट थे और कई हाई-प्रोफाइल केस लड़े। स्वराज कौशल का जन्म 12 जुलाई 1952 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी और पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने वकालत शुरू की। स्वराज कौशल की पहचान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों में होती थी। वे छह साल तक राज्यसभा में सांसद रहे, साथ ही मिजोरम में राज्यपाल की भी जिम्मेदारी संभाली थी। स्वराज कौशल सबसे कम आयु में राज्यपाल का पद प्राप्त करने वाले व्यक्ति बने थे। 1975 में इनका विवाह सुषमा स्वराज के साथ में हुआ था।