उत्तराखंड में बढ़ी सुबह-शाम की गुलाबी ठंड, सैलानियों को भा रहा सुहावना मौसम
देहरादून। उत्तराखंड में इन दिनों मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। सुबह-शाम की हल्की ठंड अब गुलाबी ठंड में बदलने लगी है। प्रदेश के पर्वतीय और मैदानी इलाकों में मौसम इन दिनों बेहद सुहावना बना हुआ है, जिसका लुत्फ स्थानीय लोग तो उठा ही रहे हैं, साथ ही बड़ी संख्या में सैलानी भी उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। दीपावली के बाद उत्तर भारत के कई महानगरों में बढ़े प्रदूषण और धुंध के बीच, उत्तराखंड की स्वच्छ हवा और खुशनुमा माहौल लोगों को अपनी ओर खींच रहा है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, फिलहाल राज्य के सभी जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। राजधानी देहरादून में आसमान मुख्यतः साफ रहेगा। अधिकतम तापमान करीब 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान लगभग 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है। विशेष रूप से ऊंचाई वाले इलाकों में नवंबर के आरंभ तक बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में कोहरे और पाले की स्थिति बनने लगेगी। पर्वतीय इलाकों जैसे मसूरी, नैनीताल, औली, मुनस्यारी और चोपता में सुबह-शाम की ठिठुरन अब साफ महसूस की जा सकती है। दिन में धूप खिलने से जहां हल्की गर्माहट बनी रहती है, वहीं शाम ढलते ही सर्द हवाएं लोगों को ऊनी वस्त्र निकालने पर मजबूर कर रही हैं। मैदानी जिलों हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल के तराई क्षेत्र में दिन के समय हल्की गर्मी और शाम के समय ठंड का मिश्रण देखने को मिल रहा है। इधर, मौसम की इस खुशनुमा अदला-बदली का सबसे ज्यादा फायदा पर्यटन उद्योग को मिल रहा है। दीपावली के बाद दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ और अन्य महानगरों में वायु प्रदूषण के स्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। हवा में धूल और धुएं के बढ़े स्तर से लोग राहत पाने के लिए उत्तराखंड के हिल स्टेशनों की ओर रुख कर रहे हैं। मसूरी, नैनीताल और रानीखेत जैसे पर्यटन स्थलों पर इन दिनों पर्यटकों की भीड़ बढ़ी हुई है। होटल, होमस्टे और गेस्ट हाउसों में बुकिंग तेजी से बढ़ रही है। सैलानी उत्तराखंड की शांत वादियों में प्रदूषण-मुक्त वातावरण का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। शहरों की भागदौड़ और कोलाहल से दूर ये हिल स्टेशन लोगों को सुकून और ताजगी का एहसास करा रहे हैं। कई सैलानी तो इन खूबसूरत पहाड़ियों के बीच ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग और नेचर वॉक जैसी गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं।मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि नवंबर के पहले सप्ताह से राज्य के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी शुरू हो सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं, निचले इलाकों में कोहरे और पाले का असर बढ़ेगा। कुल मिलाकर, उत्तराखंड में सर्दियों की दस्तक महसूस की जा चुकी है और मौसम अब धीरे-धीरे ठंड के रंग में रंगता जा रहा है। सुहावने मौसम और साफ वातावरण ने उत्तराखंड को एक बार फिर सैलानियों का पसंदीदा गंतव्य बना दिया है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, राज्य के हिल स्टेशन और भी अधिक पर्यटकों से गुलजार होने की उम्मीद है।