उत्तरकाशी जिले में आफत की बारिश! घंटेभर बाधित रहा यमुनोत्री हाईवे,फसलों को भी हुआ नुकसान

उत्तरकाशी। जनपद में लगातार भारी बारिश और ओला वृष्टि होने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं रविवार को बारिश आंधी-तूफान के कारण यमुनोत्री हाईवे पर गंगनानी और कृष्णा गांव के समीप पेड़ गिरने से करीब एक घंटे आवाजाही बंद रही। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची अग्निशम की टीम ने दोनों स्थानों पर पेड़ काटकर आवाजाही शुरू करवाई। गनीमत रही कि उस समय किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई वहीं रवांई घाटी में ओला वृष्टि से सेब सहित अन्य नगदी फसलों को भारी नुकसान हुआ। ग्रामीणों ने प्रशासन से क्षतिग्रस्त फसल का आंकलन करने के साथ मुआवजा देने की मांग की है।
रविवार बड़कोट सहित गीठ पट्टी और यमुनोत्री क्षेत्र में बारिश के साथ कुछ देर तेज आंधी-तूफान हुआ। इस कारण गंगनानी और कृष्णा गांव के समीप पहाड़ी से झूल रहे दो बड़े चीड़ के पेड़ गिर गए. इस कारण वाहनों की आवाजाही करीब एक घंटे बंद रही। स्थानीय निवासियों के अनुसार यह तो गनीमत रही कि उस समय दोनों स्थानों पर कोई वाहन और व्यक्ति पेड़ों की चपेट में नहीं आया। इसकी सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोके रखा. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची अग्निशमन की टीम ने गंगनानी और कृष्णा गांव के समीप पेड़ों को कटर से काटकर सड़क से हटाया। उसके बाद वाहनों को आवाजाही के लिए छोड़ा गया। गंगोत्री धाम में बारिश के बीच भी दर्शन के लिए तीर्थ यात्रियों की भीड़ जुटी रही। वहीं रंवाई घाटी में भारी बारिश और ओला वृष्टि हुई. इससे स्योरी फल पट्टी में किसानों की नगदी फसलों को नुकसान हुआ। किसानों ने उद्यान विभाग से क्षति का आंकलन कर मुआवजा देने की मांग की। रविवार को स्योरी फल पट्टी में ओला वृष्टि से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिससे सेब उत्पादक परेशान हैं। ओलों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बोई गई मटर की फसल,आड़ू, पुलम, खुमानी, नाशपाती और गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ है।