कई राज्यों में बारिश का कहर! जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, सड़क, ट्रेन व हवाई सेवा सब बाधित

पूरे देश को फिलहाल मानसून ने अपने कब्जे में ले रखा है और ज्यादातर जगहों पर मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल रही है। ऐसे में यूपी-बिहार, उत्तराखंड और हिमाचल में कई जगहों पर गंभीर स्थिति बनी हुई है। पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाओं में इजाफा हुआ है। वहीं मैदानी इलाकों में स्थानीय नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने की वजह से कई गांवों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
वही मौसम के अनुसार असम और उसके पड़ोस पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इस वजह से अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आंधी और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। राज्य प्रशासन 25 जिलों में 543 राहत शिविरों पर नजर बनाए हुए हैं। इन 25 जिलों में कुल 345500 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। मुंबई में सोमवार सुबह सात बजे से पहले के छह घंटों में 300 एमएम बारिश दर्ज की गई, जिससे मायानगरी थम गई। भारी बारिश के चलते मुंबई हवाईअड्डे पर दृश्यता कम होने की वजह से 50 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। ट्रैक पर पानी भर जाने से लोक ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई। सड़कों और निचले इलाकों में जलभराव होने से वाहनों पर भी ब्रेक लग गया। स्कूल और कॉलेजों को बंद करना पड़ा और मुंबई विश्वविद्यालय की परीक्षाएं भी रद्द करनी पड़ीं। उत्तरी गोवा में भारी बारिश के चलते दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, राजस्थान और गोवा में मूसलाधार बारिश हुई है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड समेत देश के नौ राज्यों में बारिश का कहर टूटा है। सड़क से लेकर ट्रेन और हवाई सेवाएं बाधित हुई हैं। मुंबई में विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी है। बिहार में बिजली गिरने से 12 लोगों की जान चली गई है और असम में बाढ़ से 23 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश के कई जिलों का भूस्खलन के चलते सड़क संपर्क टूट गया है।