राजनीति:बीजेपी ने टिकट नही दिया तो कैमरे के सामने फूट फूट कर रोये,कहा बीजेपी ने की मेरी भ्रूण हत्या, कहीं का नही छोड़ा
भारतीय जनता पार्टी से बागी हुए उत्तरप्रदेश के आगरा के दिगंबर सिंह धाकरे ने शुक्रवार (21 जनवरी) को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद दिगंबर सिंह धाकरे कैमरे के सामने फूट-फूटकर रोए और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि भाजपा ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा, मुझे खत्म कर दिया।
उन्होने कहा कि भाजपा ने मुझे भरोसे में रखा और अब मुझे किसी लायक नहीं रखा। उन्होने कहा कि मेरे साथ धोखा हुआ है, पार्टी ने मेरी भ्रूण हत्या की है।
धाकरे ने आरोप लगाया की केशव मौर्य के चलते भाजपा ने 22 दिन पहले पार्टी में आये ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जो उनके वर्तमान विधायक से 35 हजार वोटों से चुनाव हारा था।
उन्होंने खुद को मोदी और योगी का सिपाही बताते हुए चुनाव में योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्या के बीच मुकाबला होने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि केशव मौर्या के चलते भाजपा ने 22 दिन पहले पार्टी में आये ऐसे व्यक्ति को टिकट दी जो उनके वर्तमान विधायक से 35 हजार वोटों से चुनाव हारा था। भाजपा के बीच के कुछ नेता शीर्ष स्तर पर गलत रिपोर्ट देकर उन लोगों को टिकट दिलवा रहे हैं जो उनके बेहद करीबी है। उन्होंने इशारों-इशारों में टिकट दिलवाने के पीछे कुछ और भी तर्क देने का प्रयास किया लेकिन बातों से कुछ नहीं कहा।दिगम्बर आगरा के खेरागढ़ विधानसभा निवासी दिगम्बर सिंह धाकरे 2002 में खेरागढ़ से कुल्हाड़ी चुनाव निशान पर निर्दलीय लड़े थे। इसके बाद बीते नगर निकाय चुनाव में उन्होंने बसपा से मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा था। आगरा में सर्जिकल पार्ट्स के सबसे बड़े सप्लायर के साथ इनकी पत्नी भी समाजसेवी के रूप में अच्छी पहचान रखती हैं। मेयर के चुनाव में दूसरे नम्बर पर आने के बाद इन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी और वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल के सबसे करीबियों में गिने जाते थे।दिगम्बर का आरोप है की उन्हें बसपा और रालोद से टिकट का आमंत्रण था पर भाजपा ने उन्हें अंत तक दिलासा दी और जब सब हाथ से निकल गया तो इंकार कर दिया।