OMG! भाई सुना तो था पाताल लोक के बारे में!लेकिन सचमुच पाताल लोक में पूरा गांव बसा है? भूल भुलैया जैसे रास्तों वाला है ये अंडरग्राउंड विलेज,जहाँ रहते हैं इंडियंस! जानकर हैरान हो जाएंगे आप!
कहते है इस संसार मे तीन लोक है,आकाश पृथ्वी और पाताल लोक। आकाश में चांद औऱ मंगल तक इंसान पहुंच ही चुका है,और वहां पानी की खोज भी कर ली है।लेकिन क्या इंसान पाताल लोक तक पहुंच पाया है? आपको जानकर हैरानी होगी कि जी हां इंसान पाताल लोक तक पहुंचा ही नही बल्कि वहाँ पूरा गांव बसाया हुआ है।
पृथ्वी पर एक ऐसा गांव सचमुच है जो धरती से 3 हज़ार फीट नीचे बसा हुआ है। ये गांव आज के ज़माने से बिल्कुल दूर है यहां न तो बड़ी बिल्डिंग है न ट्रेन न बड़ी बड़ी गाड़ियां। यहां लोग पुराने जमाने के मुताबिक ही अपनी ज़िंदगी जी रहे है।
ये गांव अमेरिका के ग्रैंड केनियन के हवासु कैनियन का सुपायी गांव है,जो ज़मीन से 3 हज़ार फीट नीचे गहराई में बसा हुआ है। इस गांव की कुल आबादी 200 है लेकिन पाताल लोक के इस गांव को देखने हर साल 55 लाख सैलानी आते है। ये सैलानी किसी गाड़ी से इस गांव तक नही पहुंचते बल्कि ट्रैक करके रस्सियों के सहारे नीचे उतर कर इस गांव तक पहुंचते है या फिर हैलीकॉप्टर से नीचे गांव तक जाते है। सुपायी गांव में रेड इंडियंस रहते है।
यहां भले ही आधुनिक तकनीक की कोई चीज आपको शायद ही दिखे लेकिन यहां सुविधाएं सभी है। बच्चों के लिए स्कूल,प्रार्थना के लिए चर्च,खाने पीने के समान के लिए लोगो के पास खेत,घोड़ा खच्चर, डाकघर, जनरल स्टोर,कैफे सब कुछ यहां आराम से मिलता है। यहां मोबाइल फोन नही मिलेंगे। यहां आज भी चिट्ठियां चलती है। इस गांव को लोग अंडरग्राउंड विलेज भी कहते है।
गांव में रहने वाली जनजाति का नामकरण गांव की खूबसूरती की बुनियाद पर हुआ है। हवा सुपाई का अर्थ है नीले और हरे पानी वाले लोग। यहां के लोग गांव के पानी को पवित्र मानते हैं। मान्यता है कि यहां निकलने वाले फिरोजी पानी से ही इस जनजाति का जन्म हुआ है।
गांव तक पहुंचने के लिए खारदार झाड़ियों के बीच से, भूल-भुलैया जैसी खाइयों से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे ऊबड़-खाबड़ रास्ते से गुजरते हुए ये अहसास भी नहीं होता कि आगे स्वर्ग जैसी जगह का दीदार होने वाला है। सामने ही आपको एक बड़ा-सा बोर्ड नजर आएगा जिस पर लिखा होगा 'सुपाई में आपका स्वागत है'।