महालक्ष्मी हत्याकाण्ड मामले में आया नया मोड़! पेड़ पर लटकी मिली कातिल की लाश, सुसाइड नोट ने खोले कई राज
नई दिल्ली। बेंगलुरु के महालक्ष्मी हत्याकाण्ड में एक नया मोड़ आ गया है। खबरों के मुताबिक जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन राय ने आत्महत्या कर ली है और उड़ीसा के भद्रक इलाके से उसका शव बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि उसके पास से एक बैग, नोटबुक और स्कूटी बरामद हुई है। खबरों के मुताबिक सुसाइड नोट में मुक्ति रंजन ने कबूल किया कि उसने बैंगलोर में महालक्ष्मी नाम की एक महिला की हत्या की थी। इसके बाद उसने शव के टुकड़े कर उन्हें फ्रिज में रखा था। बैंगलोर पुलिस द्वारा मुक्ति के भाई से पूछताछ के दौरान इस सुसाइड की जानकारी मिली, जिसके बाद बैंगलोर पुलिस ने उड़ीसा पुलिस से संपर्क कर मामले की पुष्टि की। उड़ीसा पुलिस के अनुसार मुक्ति ने सुबह 5 से 5ः30 बजे के बीच सुसाइड कर लिया था, जबकि बैंगलोर पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी और जल्द ही उसे पकड़ने वाली थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी कत्ल के बाद से ही फरार चल रहा था, जिसके चलते बेंगलुरु पुलिस ने कई राज्यों में उसकी तलाश शुरू कर दी थी। अब उसने ओडिशा में आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि उसकी लाश के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें मुक्ति रंजन रॉय ने हत्या की बात स्वीकार की है और कहा है कि उसने ये जुर्म करके गलती की है।
दरअसल बेंगलुरु के व्यालीकवल इलाके में मौजूद तीन मंजिला घर की पहली मंजिल पर महालक्ष्मी रहा करती थी। महालक्ष्मी के कमरे से 21 सितंबर को फ्रिज और कमरे में बिखरे उसी की लाश के टुकड़े मिले थे। अंदेशा है कि महालक्ष्मी का क़त्ल करीब 19 दिन पहले हुआ था। महालक्ष्मी के कमरे में पुलिस को एक ट्रॉली बैग भी रखा मिला है। बेंगलुरु पुलिस सूत्रों के मुताबिक बहुत मुमकिन है कि कातिल ने लाश के टुकड़ों को उसी बैग में रख कर कहीं बाहर ठिकाने लगाने की साजिश रची थी। चूंकि ये इलाका काफी भीड़भाड़ वाला है, इसीलिए उसे लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने का मौक़ा नहीं मिला।