नैनीताल विंटर कार्निवाल:मॉल रोड पर संस्कृति और रंगों की भव्य झलक!लखिया भूत, पंजाबी शौर्य,पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज से पर्यटक हुए मंत्रमुग्ध
नैनीताल में पर्यटन को बढ़ावा देने और सर्दियों के मौसम में पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से विदेशों की तर्ज पर विंटर कार्निवाल का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर नगर की माल रोड पर विभिन्न समाजों और क्षेत्रों के कलाकारों की सहभागिता के साथ सांस्कृतिक रैली निकाली गई, जिसने शहर को रंग-बिरंगे उत्सव में बदल दिया।

रैली में पहाड़ की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिली। स्कूली बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में रैली का मुख्य आकर्षण बने, जबकि कुमाऊँ के पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज ने पर्यटकों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित किया। कार्निवाल में भाग ले रहे बच्चों ने घाघरा और पिछौड़ा जैसे पारंपरिक कुमाऊँनी परिधानों में प्रस्तुति देकर माहौल को जीवंत बना दिया।

रैली के दौरान लखिया भूत, तिब्बत के तीन प्रांत आमदो, उत्संग और खम की पारंपरिक वेशभूषा, पंजाबी शौर्य प्रदर्शन, मुनस्यारी के शौका समुदाय की संस्कृति, धारचूला की रंग कल्याण संस्था द्वारा रंगा परिधान में कलंग के साथ प्रस्तुति, लेक सिटी वेलफेयर क्लब की महिलाओं, सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के बैंड और पी.पी.जे. बैंड ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर धारचूला स्थित रंग कल्याण संस्थान के सचिव रितेश गुंज्याल ने बताया कि उनकी टीम कार्निवाल में छोलिया नृत्य की प्रस्तुति देने पहुँची है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से पहाड़ की संस्कृति, बोली, पारंपरिक वेशभूषा और लोकनृत्यों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
विंटर कार्निवाल के इस सांस्कृतिक आयोजन ने न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया, बल्कि नैनीताल पहुँचे पर्यटकों के लिए भी एक यादगार अनुभव बना।