नैनीताल गौरवशाली पल:नैनीताल की शैलजा पांडे ने किया शहर का नाम रौशन, 61वी रैंक लाकर बनीं आईएएस ऑफिसर ,माता पिता का बढ़ाया मान

सिविल सर्विसेज पास करना लगभग हर किसी का सपना होता है सालो की मेहनत के बाद भी कई लोग इस सपने को पूरा नही कर पाते लेकिन कुछ भाग्यशाली ऐसे भी होते है जो मेहनत करके एक साल के भीतर ही भारत की सबसे बड़ी परीक्षा में सफल होकर नाम रौशन कर देते है।उन्ही में से एक है नैनीताल की शैलजा पांडे!जिन्होंने अपना पूरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर केंद्रित किया और इस वर्ष यूपीएससी की परीक्षा में 61 वी रैंक लाकर उन्होंने साबित कर दिया कि आपका लक्ष्य केवल आपकी मेहनत और लगन के बलबूते ही प्राप्त हो सकता है।शैलजा इससे पहले भी सिविल सर्विसेज में 266वी रैंक ला चुकी है।
शैलजा पांडे नैनीताल के सेंटमेरी कॉलेज से 12 तक पढ़ी है इसके बाद उन्होंने एनआईटी मध्यप्रदेश से बीटेक किया।शैलजा का सपना था कि वो आईएएस बनें उन्होंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर दिया।शैलजा के इस सपने को पूरा करने में उनके माता पिता ने भी पूरा सहयोग किया।शैलजा ने दिल्ली और हल्द्वानी से कोचिंग की साल 2019 में उन्होंने आईएएस की परीक्षा दी थी जिसमे उनकी रैंक 266 आई थी लेकिन शैलजा संतुष्ट नही हुई उन्होंने इस वर्ष एक बार फिर परीक्षा दी जिसमे उन्हे 61 रैंक मिली।शैलजा को अहमदाबाद पोस्टिंग मिली है।कुछ ही दिनों में उनकी जॉइनिंग भी है।शैलजा की माता डॉ शोभा पांडे नैनीताल जिला अस्पताल बीडी पांडे में डॉक्टर है उनके पिता सिडकुल में इंजीनियर है।शैलजा को गिटार बजाना,म्यूजिक सुनना,बास्केटबॉल खेलना पढ़ना लिखना बहुत पसंद है।