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नैनीताल: नैनीताल जिला पंचायत चुनाव में हेरफेर का खेल? बैलेट पेपर में ओवर राइटिंग कर 1 को बना दिया 2? जिला निर्वाचन अधिकारी पर उठे सवाल

Nainital: Manipulation in Nainital District Panchayat elections? 1 made 2 by overwriting in ballot paper? Questions raised on District Election Officer

नैनीताल। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में बैलेट पेपर में छेड़छाड़ के गंभीर आरोप सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक बैलेट पेपर में ओवरराइटिंग का दावा किया जा रहा है।आरोप है कि मतगणना के दौरान रात में कैमरे बंद कर एक वोट में हेरफेर किया गया। बैलेट पेपर में पुष्पा नेगी के नाम के आगे '1' को '2' में बदला गया, जबकि दीपा दरमवाल के नाम के आगे कोई अंक नहीं लिखा गया है। नियमानुसार जिला पंचायत अध्यक्ष /उपाध्यक्ष पद के चुनाव में प्रत्याशी के आगे 1 या 2 लिखने का अर्थ होता है कि मतदाता अपनी पसंद के प्रत्याशी के सामने 1 या प्रथम वरीयता और दूसरी पसंद के प्रत्याशी के सामने 2 या द्वितीय वरीयता अंकित करते हैं। मतगणना के दौरान, प्रथम वरीयता के मतों की गणना की जाती है और यदि कोई प्रत्याशी बहुमत प्राप्त नहीं करता है, तो द्वितीय वरीयता के मतों को जोड़कर गणना की जाती है। वायरल बैलेट पेपर में पुष्पा नेगी को '2' दिया गया है,जबकि इसमें दीपा दरमवाल के नाम के सामने '1' होना चाहिए था, लेकिन वह स्थान खाली है। आरोप है कि इस से यह स्पष्ट है कि बैलेट पेपर में हेरफेर का संकेत देता है। 

इस मामले को लेकर उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसमें निर्वाचित प्रतिनिधि को शपथ लेने से रोकने की मांग की गई है। हाईकोर्ट ने प्रारंभिक सुनवाई में याचिकाकर्ता को निर्वाचन आयोग से संपर्क करने की सलाह दी है। 

बैलेट पेपर में छेड़छाड़ के लिए कौन होता है जिम्मेदार?
यदि बैलेट पेपर में ओवरराइटिंग या किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की पुष्टि होती है, तो इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी DEO को जिम्मेदार माना जाता है। बैलेट पेपर को मतदान के बाद सुरक्षित रखने और मतगणना के दौरान उनकी अखंडता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी DEO की होती है।
मतगणना केंद्र पर कैमरे, सुरक्षा कर्मी, और अन्य निगरानी तंत्र की व्यवस्था DEO के अधीन होती है। यदि कैमरे बंद किए गए (जैसा कि नैनीताल मामले में आरोप है) या बैलेट पेपर में बदलाव हुआ, तो यह DEO की जवाबदेही होगी। हालांकि वायरल बैलेट पेपर की सच्चाई क्या है ये जांच का विषय है आवाज़ इंडिया इस वायरल बैलेट पेपर की पुष्टि नहीं करता है। 
बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद चुनाव के नतीजे तकरीबन 117 घंटे बाद दिन में जारी किए गए थे जिसमें भाजपा प्रत्याशी दीपा दरमवाल को 11 मत हासिल हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी को 10 मत हासिल हुए हैं वही एक मत रद्द माना गया है। उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी व कांग्रेस प्रत्याशी देवकी बिष्ट को बराबर मत हासिल हुए जिसके बाद टॉस के माध्यम से देवकी बिष्ट जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर विजयी हुई।