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नैनीतालः जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चुनाव! देर रात कड़ी सुरक्षा और वीडियोग्राफी के बीच हुई वोटों की गिनती, हाईकोर्ट में होगा जीत-हार का अंतिम निर्णय

Nainital: Election for the post of District Panchayat President and Vice President! Counting of votes took place late night amid tight security and videography, the final decision on victory and defe

नैनीताल। 

नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव परिणाम की गिनती देर रात तक कड़ी सुरक्षा और वीडियोग्राफी के बीच हुई। मिली जानकारी के मुताबिक राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने वोटों की गिनती का फैसला लिया गया ।  निर्वाचन नियमावली के अनुसार री-पोलिंग केवल बूथ कैप्चरिंग, तकनीकी खामी या वोटों से बंद बैलेट बॉक्स को हुए नुकसान की स्थिति में ही की जा सकती है। और चूंकि इस मामले में ऐसी कोई स्थिति नहीं थी, इसलिए वोटों की गिनती की गई। 


उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025 के नियमों के अनुसार, पुनः मतदान की प्रक्रिया केवल निम्नलिखित परिस्थितियों में हो सकती है।

- *बूथ कैप्चरिंग*: यदि किसी मतदान केंद्र पर बूथ कैप्चरिंग की शिकायत मिलती है, तो उस केंद्र पर पुनः मतदान कराया जा सकता है।
- *तकनीकी खामी*: यदि मतदान प्रक्रिया में कोई तकनीकी खराबी आती है, जिससे मतदान प्रभावित होता है, तो पुनः मतदान कराया जा सकता है।
- *मतपत्रों की क्षति*: यदि मतपत्रों को नुकसान पहुंचता है या वे नष्ट हो जाते हैं, तो पुनः मतदान कराया जा सकता है।

पुनः मतदान की प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं ¹:
- *निर्वाचन आयोग का निर्णय*: पुनः मतदान के लिए निर्वाचन आयोग का निर्णय अंतिम होगा।
- *मतदान केंद्रों की पहचान*: जिन मतदान केंद्रों पर पुनः मतदान कराया जाना है, उनकी पहचान की जाएगी।
- *नए मतपत्रों की व्यवस्था*: पुनः मतदान के लिए नए मतपत्रों की व्यवस्था की जाएगी।
- *मतदान प्रक्रिया*: पुनः मतदान की प्रक्रिया उसी तरह से होगी जैसे पहले मतदान हुआ था।

सूत्रों के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी की दीपा दर्मवाल ने एक वोट के अंतर से जीत हासिल की है। वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस की देवकी बिष्ट ने लॉटरी सिस्टम के माध्यम से जीत हासिल की, क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी बहादुर नगदली और देवकी बिष्ट को बराबर वोट मिले थे। चुनाव परिणाम को बंद लिफाफे में रखा गया है, जिसे 18 अगस्त को हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान पेश किया जाएगा। जीत-हार का अंतिम निर्णय हाईकोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगा। इधर कांग्रेस इस प्रक्रिया के खिलाफ फिर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। गौरतलब है कि बीते रोज नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर चुनाव के समय हुए बवाल के बाद कांग्रेसियों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट में लंबी सुनवाई हुई और एसएसपी-डीएम को कोर्ट ने जमकर फटकारा था। डीएम ने कोर्ट को कहा था कि वे राज्य चुनाव आयोग को री पोल करवाने के लिए प्रस्ताव भेजेंगे। इसके बावजूद वोटों की गिनती शुरू हो गई और अब परिणाम हाईकोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।