मानसून सत्र: अमित शाह का लोकसभा में ऐलान,पहलगाम हमले के गुनहगारों को मिली सजा

Monsoon Session: Amit Shah's announcement in Lok Sabha, Pahalgam attack culprits get punishment

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज मंगलवार को 7वां दिन है। ऑपरेशन सिंदूर' पर आज भी व्यापक चर्चा जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में इस चर्चा में शामिल हुए। दिलचस्प है कि बिहार में वोटर लिस्ट एसआईआर मुद्दे को लेकर विपक्ष सदन और इसके बाहर सरकार पर हमलावर है। मानसून सत्र के शुरू होने के बाद से ही विपक्षी सांसदों का सदन और बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। बता दें कि सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सदन को संबोधित किया। इसका उद्देश्य भारत के हालिया आतंकवाद-रोधी अभियान के रणनीतिक और कूटनीतिक आयामों पर प्रकाश डालना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुरुआती भाषण में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा उकसाया गया तो भारत हमले करने से नहीं हिचकिचाएगा। यह उन लोगों के लिए एक स्पष्ट संदेश है जो आतंक का समर्थन करते हैं। 

संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा एनआईए ने उन्हें शरण देने वालों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें खाना खिलाने वालों को हिरासत में लिया गया था। जब आतंकवादियों के शव श्रीनगर पहुंचे, तो उनकी पहचान पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले तीन लोगों के रूप में हुई। आतंकी हमले के कारतूसों की एफएसएल रिपोर्ट पहले से ही तैयार थी। कल तीनों आतंकवादियों की राइफलें जब्त कर ली गई और एफएसएल रिपोर्ट से उनका मिलान किया गया। कल चंडीगढ़ में आगे के परीक्षण किए गए, उसके बाद पुष्टि हुई कि ये तीनों वही थे जिन्होंने आतंकी हमला किया था। लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'पहलगाम हमले के तुरंत बाद, मैंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी। मैंने अपने सामने एक महिला को खड़ा देखा, जो अपनी शादी के 6 दिन बाद ही विधवा हो गई थी, मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता। मैं आज सभी परिवारों को बताना चाहता हूं कि मोदी जी ने उन लोगों को बेअसर कर दिया जिन्होंने आतंकवादियों को भेजा था, और आज हमारे सुरक्षा बलों ने उन लोगों को मार गिराया जिन्होंने हत्याएं की थी। 

लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कल के ऑपरेशन में तीनों आतंकवादी सुलेमान, अफगान और जिबरान मारे गए। जो लोग उन्हें खाना पहुंचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। जब इन आतंकवादियों के शव श्रीनगर लाए गए तो हमारी एजेंसियों द्वारा हिरासत में रखे गए लोगों ने उनकी पहचान की। ऑपरेशन महादेव पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'ऑपरेशन महादेव में सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान, ये तीनों आतंकवादी भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए। सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का कमांडर था।  अफगान लश्कर-ए-तैयबा का ए-श्रेणी का आतंकवादी था और जिबरान भी ए-ग्रेड का आतंकवादी था। बैसरन घाटी में हमारे नागरिकों की हत्या करने वाले तीनों आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया है।