बेटियों का कमालः अवनि और मोना के बाद प्रीति ने बढ़ाया मान! पेरिस पैरालंपिक में भारत ने लगाई मेडल की हैट्रिक, रचा इतिहास

नई दिल्ली। पेरिस पैरालंपिक 2024 का दूसरा दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा। इस दौरान जहां भारत की निशानेबाज अवनि लखेरा ने गोल्ड मेडल जीता, वहीं मोना अग्रवाल ने ब्रांज पर निशाना साधते हुए मेडल अपने नाम किया। इधर भारत की प्रीति पाल ने महिलाओं की 100 मीटर रेस में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। 23 साल की प्रीति ने 14.31 सेकंड में 100 मीटर की दूरी तय की। चीन की झोउ जिया ने इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। वहीं चीन की ही गुओ कियानकियान इस इवेंट में सिल्वर जीतने में कामयाब रही। झोउ ने महज 13.58 सेकंड में रेस पूरी की। वहीं गुओ कियानकियान ने 13.74 सेकंड का समय लिया।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से ताल्लुक रखने वाली प्रीति पाल ने 18 साल की उम्र में इस खेल में एंट्री की। वह भारत के नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ट्रेनिंग लेती हैं। इससे पहले प्रीति मेरठ में प्रशिक्षण लेती थीं. प्रीति ने 2024 में जापान (कोबे) में आयोजित विश्व चैम्पियनशिप में दो कांस्य पदक जीते थे। प्रीति ने मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की है। पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत ने डबल धमाके से आगाज किया। निशानेबाज अवनि लेखरा ने R2 वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। अवनि ने पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी इवेंट में भारत की मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता। अवनि पैरालंपिक में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं। साथ ही वह ऐसी पहली भारतीय एथलीट हैं जिन्होंने पैरालंपिक गेम्स में बैक टू बैक गोल्ड मेडल जीते हैं। अवनि ऐसी पहली भारतीय महिला भी बन गई हैं, जिन्होंने पैरालंपिक गेम्स में तीन मेडल जीते।