कोलकाता केसः सीजेआई ने पूछा? प्रिंसिपल का घर अस्पताल से कितनी दूर! जांच पर उठाए सवाल, कहा- कल 5 बजे तक काम पर लौटें डॉक्टर

Kolkata case: CJI asked? How far is the principal's house from the hospital? Questions raised on investigation, said- doctors should return to work by 5 o'clock tomorrow

नई दिल्ली। कोलकाता मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई हुई। इस दौरान सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने ममता सरकार की ओर से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल से काफी सवालात किए। कोर्ट ने इसके साथ ही सीबीआई को 17 सितंबर तक नई स्टेटस रिपोर्ट सौंपने को कहा है। सुनवाई के दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ ने आज एक दिलचस्प सवाल पूछा। उन्होंने पूछा कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रचार्य संदीप घोष का घर अस्पताल से कितना दूर है। इसपर कपिल सिब्बल तो कुछ नहीं बोल पाए लेकिन सीबीआई के वकील एसजी तुषार मेहता ने कहा कि यही कोई 10-15 मिनट की दूरी पर।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने याद दिलाया कि उसने डॉक्टरों के काम पर लौटने के बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने टिप्पणी की है कि अब भी अगर वे काम पर नहीं लौटते हैं तो हम राज्य सरकार को कार्रवाई करने से नहीं रोक सकते हैं। इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा ने जवाब दिया कि डॉक्टरों को धमकाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से कल शाम 5 बजे तक काम पर लौटने को कहा। कोर्ट ने आश्वासन दिया कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि शीर्ष अदालत ने चेतावनी दी कि अगर काम से लगातार दूर रहना जारी रहा तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
वहीं कोलकाता केस की सुनवाई शुरू होते ही सीजेआई के नेतृत्व में गठित तीन जजों की बेंच ने स्टेटस रिपोर्ट पर गौर किया। सीजेआई ने पूछा कि प्रिंसिपल का घर अस्पताल से कितनी दूर था? इसपर सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि संदीप घोष के घर से आरजी कर अस्पताल पहुंचने में 15 से 20 मिनट लगते हैं। इसके बाद सीजेआई ने अगला सवाल पूछा कि अप्राकृतिक मौत का समय क्या था? इस मौत की एंट्री कब हुई? कपिल सिब्बल ने जवाब देते हुए कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र 1.47 बजे पर मिला और रात 2.55 बजे अप्राकृतिक(UD) मौत को लेकर एंट्री दर्ज हुई थी। कोर्ट ने इसपर सवाल किया कि तो फिर FIR दर्ज करने में इतना समय क्यों लगा?