भारत-पाक क्रिकेट मैच पर मचा घमासान:केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल बड़ा बयान,कहा- खेल और आतंकवाद को न जोड़ें,राहुल गांधी पर भी साधा निशाना

करनाल। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मुकाबले को लेकर देशभर में बहस का दौर तेज हो गया है। एक तरफ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के चलते आमजन में नाराजगी है और सोशल मीडिया पर मैच रद्द करने की मांग उठ रही है, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार और कुछ नेता इस मुकाबले को खेल भावना से देखने की अपील कर रहे हैं। इस राजनीतिक-सामाजिक हलचल के बीच केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्पष्ट किया कि “ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक क्रिकेट मैच दो अलग विषय हैं, इन्हें एक साथ जोड़ना उचित नहीं है। खट्टर ने कहा कि यह सही है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर देश में गुस्सा है, लेकिन खेल के फैसले गहन सोच-विचार के बाद लिए जाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि खेल को राजनीति से जोड़ना गलत है और हर चीज को उसके संदर्भ में देखा जाना चाहिए। खट्टर के बयान ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार क्रिकेट को केवल खेल के दृष्टिकोण से देख रही है और सुरक्षा या रणनीतिक मुद्दों को इससे अलग रख रही है।
हालांकि विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाए हैं कि जब देश आतंकवाद से जूझ रहा है, तो ऐसे समय में पाकिस्तान के साथ खेल संबंध क्यों बनाए जाएं। विपक्ष का तर्क है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना उन शहीदों और आम नागरिकों का अपमान है, जिन्होंने आतंकवाद के कारण अपनी जान गंवाई है। विपक्ष ने सरकार से मैच रद्द करने की मांग करते हुए इसे राष्ट्रीय अस्मिता से जोड़ दिया है। इस बीच सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा खूब उछल रहा है। कई यूजर्स ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताते हुए मैच को रद्द करने की मांग की है। वहीं कुछ लोग खेल और राजनीति को अलग रखने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि खिलाड़ी खेल के दूत होते हैं और खेल के जरिए आपसी रिश्तों में सकारात्मक संदेश भी दिया जा सकता है। भारत-पाकिस्तान मैच पर प्रतिक्रिया देने के साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मणिपुर की स्थिति और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर भी तीखा हमला बोला। खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर की स्थिति को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं और वहां समाधान की कोशिशें लगातार जारी हैं। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “जब उनके पास कहने को कुछ नहीं होता, तो वे बेवजह बयानबाज़ी करने लगते हैं।” उन्होंने विपक्ष को सलाह दी कि संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करने से बचें। पंजाब राहत पैकेज को लेकर विपक्ष की ओर से की जा रही आलोचना पर भी खट्टर ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निभाई है और ऐसी मानवीय आपदाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। खट्टर ने विपक्ष को चेताया कि जनता की भलाई को प्राथमिकता दी जाए, न कि बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप को। खट्टर का यह बयान उस समय आया है जब विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और एशिया कप का भारत-पाक मैच राजनीतिक बहस का नया मुद्दा बन गया है। एक ओर विपक्ष इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से जोड़कर देख रहा है, तो दूसरी ओर सरकार और उसके मंत्री खेल को राजनीति से अलग रखने पर जोर दे रहे हैं। फिलहाल, यह मुद्दा सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रहा,बल्कि राजनीति, समाज और जनता की भावनाओं का केंद्र बन गया है। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का मैदान तैयार है, लेकिन उससे पहले बयानबाज़ी और राजनीतिक शतरंज ने मुकाबले को और भी संवेदनशील बना दिया है।