उत्तराखंड चारधाम यात्रा मार्ग पर चलने वाले चालकों की लगेगी क्लास! काउंसलिंग में सीखेंगे सफल यात्रा के गुरुमंत्र

Classes will be held for drivers travelling on the Uttarakhand Chardham Yatra route! They will learn the mantras for a successful journey in counselling

उत्तराखंड में 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बुधवार को देहरादून संभाग की आरटीओ की ओर से अधिकारियों संग बैठक कर सफल यात्रा के लिए निर्देश दिए गए।

बैठक में फैसला लिया गया कि यात्रा पर चलने वाले चालकों की नियमित रूप से काउंसलिंग की जाए। इससे सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। आरटीओ डॉ. अनीता चमोला ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, चालकों के लिए आयोजित होने वाली काउंसलिंग के दौरान स्वास्थ्य कैंप भी लगाए जाएं। साथ ही काउंसलिंग में चालकों को चारधाम यात्रा से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश देने के साथ बरती जाने वाली सावधानी भी बताई जाएं। जैसे वाहन में क्षमता से अधिक सवारी न बैठाएं, नशा न करें, नींद में वाहन न चलाएं, फर्स्ट एड बॉक्स हमेशा साथ रखें और वाहन में कूड़ादान रखें। इसके अलावा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि यात्रा को लेकर कार्ययोजना बनाई जाए। ब्लैक स्पॉट व दुर्घटना संभावित स्थलों का निरीक्षण कर सुधार कार्य कराए जाएं। स्थानीय मार्गाें पर परिवहन व्यवस्था की जांच के लिए अधिकारियों व संबंधित यूनियन के साथ बैठक की जाए। बैठक में परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। परिवहन विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 20024-25 में यातायात उल्लंघन पर देहरादून संभाग में कुल 1,16,901 वाहनों के चालान किए गए। जबकि, 6,904 वाहनों को सीज किया गया। इनसे 20 करोड़ का जुर्माना भी लिया गया। संभाग में सबसे अधिक चालान रुड़की में किए गए। यहां 30,037 वाहनों के चालान व 1,841 वाहनों को सीज किया गया। इनसे 5.69 करोड़ रुपये का जुर्माना लिया गया। दूसरे नंबर नर हरिद्वार जिला है, यहां 24,193 वाहनों के चालान और 1,635 वाहनों को सीज कर 4.28 करोड़ रुपये का जुर्माना लिया गया। तीसरे नंबर पर देहरादून है, यहां 21,967 वाहनों के चालान और 1,738 वाहनों को सीज किया गया। जबकि, सबसे कम टिहरी जिले में चालान हुए यहां 3,734 वाहनों के चालान हुए और 240 वाहनों को सीज किया गया।