Big Breaking: रुद्रपुर में कांग्रेस का हल्ला बोल! कानून व्यवस्था और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरे हजारों कार्यकर्ता, पूर्व सीएम रावत समेत कई बड़े चेहरे पहुंचे

Big Breaking: Congress makes noise in Rudrapur! Thousands of workers took to the streets against law and order and anti-people policies of the government, many big faces including former CM Rawat arr

रुद्रपुर। प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था और सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर आज सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रुद्रपुर कलेक्ट्रेट में हल्लाबोल किया गया। इस दौरान सुरक्षा मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। विरोध प्रदर्शन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन महारा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला समेत तमाम दिग्गज शामिल हुए। इस दौरान हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हल्लाबोल किया। कांग्रेस नेताओं ने मंच से सरकार को जमकर घेरा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आज प्रदेश और केंद्र की सरकार हर मोर्चे पर विफल होती दिख रही है, जिसको लेकर आज जनआक्रोश आज कांग्रेस की दहाड़ रैली के रूप में दिखाई दे रहा है। नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने तमाम मुद्दे सदन में उठाए, लेकिन सरकार मुद्दों पर चुप्पी साधे रही और जवाब देने को तैयार नहीं।

आज महिला सुरक्षा, युवाओं को रोजगार, विकास कार्य और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस संग आम जनमानस ने हल्ला बोला है। सरकार जल, जंगल, जमीन को बेचने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज से सरकार के खिलाफ जंग का एलान हो चुका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जेल भी जाने को तैयार हैं, लेकिन उत्तराखंड को लूटने नही दिया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर बड़े अपराध के पीछे किसी न किसी भाजपा नेता का हाथ दिखाई दे रहा है। अंकिता भंडारी से जो सिलसिला शुरू हुआ था वो भाजपा के नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष भाजपा नेता मुकेश बोरा, पेपर लीक में हाकम सिंह तो पटवारी पेपर लीक में इनके मंडल अध्यक्ष के नाम प्रकाश में आए है। हर कांड के पीछे भाजपा के कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं। रानीखेत विधायक के भाई को नेपाल बॉर्डर पर कारतूस के साथ गिरफ्तार करने के मामले में बोलते हुए कहा कि एक कमज़ोर एफआईआर बना कर आरोपी को छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि अगर विधायक का भाई नही होता तो क्या उन्हें छोड़ा जाता?