गजबः NO पार्किंग में खड़ी थी SDM साहब की सरकारी गाड़ी! टोईंग कंपनी के कर्मचारियों ने लगा दिया ‘व्हील लॉक’, फिर जाना पड़ा थाने
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां गुना में ‘नो पार्किंग’ जोन में खड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने एसडीएम के सरकारी वाहन में ही व्हील लॉक लगा दिया। जब इस मामले की भनक प्रशासनिक अमले को लगी तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कंपनी के छह कर्मचारियों को थाने में बंद करा दिया गया। हांलाकि बाद में कंपनी द्वारा गलती स्वीकारने पर कर्मचारियों की जमानत करा दी गयी। फिलहाल यह मामला खासा सुर्खियों में है और लोग इसपर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
दरअसल नगर पालिका की तरफ से नो पार्किंग जोन में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए एक प्राइवेट कंपनी को ठेका दिया गया है। कंपनी के टोइंग वाहन में यातायात विभाग का पुलिसकर्मी भी तैनात रहता है, जो भी वाहन अनाधिकृत तौर से नो पार्किंग एरिया में खड़ा होता है, उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाती है। एसडीएम शिवानी पांडे का सरकारी वाहन नो पार्किंग एरिया में खड़ा हुआ था, जिसमें कंपनी के कर्मचारियों ने व्हील लॉक लगा दिया। बड़ी बात ये है कि एसडीएम के वाहन के सामने नेम प्लेट भी लगी हुई थी जिसे नजरअंदाज करते हुए कार्रवाई के दी गई। एसडीएम के वाहन में लॉक लगाने की तस्वीर जैसे ही वायरल हुई हड़कंप मच गया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने जाकर वाहन में से व्हील लॉक हटवाया। नियमानुसार लॉक के बाद चालानी कार्रवाई की जाती है, लेकिन एसडीएम के वाहन को बिना चालान के ही छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि इसके बाद एसडीएम शिवानी पांडे ने सर्किट हाउस में कर्मचारियों को बुलाकर फटकार भी लगाई। कंपनी के 6 कर्मचारियों को थाने में बंद भी किया गया, लेकिन कुछ समय बाद एसडीएम द्वारा ही कर्मचारियों की जमानत ली गई।