राफ्टिंग के रोमांच का उठाएं लुफ्त

रिवर राफ्टिंग के रोमांच के शौकीन लोगों के लिए अच्छी खबर है 30 जून को मानसून काल के लिए बंद हुई राफ्टिंग करीब ढाई महीने के इंतजार के बाद ऋषिकेश में गंगा में फिर शुरू हो गयी है।मंगलवार को पहले दिन 30 राफ्टें गंगा में उतरीं।पर्यटकों ने इस साहसिक खेल का भरपूर लुत्फ उठाया।यहां कौड़ियाला, मुनीकिरेती ईको टूरिज्म जोन में होने वाली रिवर राफ्टिंग विश्वभर में पहचान रखती है। यहां राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में देशी- विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं, पिछले कुछ वर्षों से गंगा की लहरों पर रोमांच के इस साहसिक खेल ने विश्वपटल पर खासी पहचान बनाई है| ऋषिकेश क्षेत्र में सर्वाधिक पर्यटक राफ्टिंग की वजह से ही पहुंचते हैं, ग्रीष्मकालीन अवकाश में राफ्टिंग का रोमांच अपने चरम पर रहता है, मैदानी क्षेत्रों में गर्मी पड़ने के साथ लोग राहत के लिए राफ्टिंग को चुनते हैं।

बरसात के मौसम में गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से राफ्टिंग का संचालन रोका गया था। पर्यटन विभाग की तकनीकी टीम के निरीक्षण के बाद गंगा में राफ्टिंग उतारे जाने को हरी झंडी मिल गई।राफ्टिंग शुरू होने से राफ्टिंग व्यवसायियों के चेहरे खिले नजर आए।एक सितंबर से 15 सितंबर तक तीन बार पर्यटन विभाग की तकनीकी टीम ने गंगा के जलस्तर की रेकी की।इसमें आईटीबीपी, सिंचाई विभाग, वन विभाग, पर्यटन विभाग और रोटेशन की तकनीकी टीम शामिल रही। गंगा के जलस्तर को देखते हुए फिलहाल ब्रह्मपुरी से राफ्टिंग का संचालन किया जा रहा है।