गड़बड़झाला पार्ट-2 :रुद्रपुर नगर निगम पार्षद के पति पर लगा मिटटी चोरी का आरोप

महानगर रुद्रपुर के नगर निगम में लाखों रुपए की मिट्टी घोटाले के मामले में ठेकेदार के बाद अब क्षेत्र के भाजपा पार्षद का नाम भी जुड़ गया है। मामले में भाजपा पार्षद का नाम जुड़ने के बाद जाँच धीमी पड़ गई है। उधर मामले से आक्रोशित स्थानीय लोगो ने प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाही की मांग की है।
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय के रुद्रपुर नगर निगम के वार्ड न0-22 में लाखों की लागत से बन रहे नाली की खुदाई से निकली मिट्टी बेंचे जाने की शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा नगर आयुक्त जय भारत सिंह से की गई थी। शिकायत मिलने पर नगर आयुक्त जय भारत सिंह ने सहायक अभियंता गजेन्द्र पाल को मामले की जाँच सौंपी थी। नगर आयुक्त द्वारा जाँच सौपे जाने पर सहायक अभियंता ने पहले ही दिन मामले का निरीक्षण कर मौके से मिट्टी चोरी होने की बात को सही पाया था, इधर अब इस मामले में क्षेत्र के भाजपा पार्षद का नाम जुड़ गया है। स्थानीय लोगो की माने तो ठेकेदार द्वारा कमीशन ना देने पर भाजपा पार्षद के पति ने नाली की खुदाई से निकली मिटटी को पेयजल विभाग को बेच दी थी। पेयजल विभाग ने मिटटी खरीदने के बाद उसका भुगतान सीधे पार्षद पति के खाते में ना कर उसके साले के खाते में किया था। उधर मामले के तुल पकड़ने के साथ भाजपा पार्षद का नाम जुड़ने से निगम की जाँच कार्यवाही धीमी पड़ गई है। वही स्थानीय लोगों और विश्वसनीय सूत्रो की माने तो इस प्रकरण में भाजपा और भाजपा पार्षद का नाम जुड़ने पर कुछ भाजपा के लोगो ने इस मामले पर पर्दा डालने और इस मामले को आपस में सुलझाने की जीतोड़ प्रयास किये, मगर स्थानीय लोगो के आक्रोश ने मामले को दबने नहीं दिया और स्थानीय लोगो का रोष खुलकर सामने आया। साथ ही लोग लाखों की मिटटी बेचने वाले का पूरा पर्दाफाश करने की मांग करने लगे, लेकिन भाजपा पार्षद का इस मामले में नाम जुड़ने पर अधिकारी जाँच को ठन्डे बस्ते में डालने और मामले को रफा दफा करना चाहा, लेकिन लोगों के रोष के सामने अधिकारियों की एक ना चली। स्थानीय लोग अब इस मामले में दोषियों के खिलाफ़ जल्द कार्यवाही की मांग कर रहे है।
उधर इस मामले में आवाज़ इंडिया के जिला संवाददाता तपस विश्वास ने पार्षद पति को उनका पक्ष जानने के लिये उनसे मुलाकात करनी चाही, मुलाकात तो नहीं हुई मगर फोन द्वारा वार्तालाप में पार्षद पति ने अपना पक्ष बताते हुए मामले को बेबुनियाद और झूठा बताया। उन्होंने यह भी कहा की कुछ लोग राजनीतिक द्वेष के चलते उन्हें मामले में फ़साने की कोशिश कर रहे है। ये वही लोग है जिन्होंने उन्हें चुनाव हराने की कोशिश भी की थी। साथ ही राजनीतिक भाषा में पार्षद पति ने उन लोगों को चेतावनी देते हुए मान-हानि का दावा करने की बात भी की है।