उत्तराखण्डः आखिर कहां गया रुद्रप्रयाग निवासी करनदीप? 15 दिन बीतने के बाद भी नही लगा कोई सुराग, दर-दर भटक रहे परिजन

रूद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग का एक 22 वर्षीय नौजवान करनदीप अपने सुनहरे भविष्य के लिए निकाला तो था समुद्र की लहरों के साथ, लेकिन विगत कई दिनों से उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। मां-बाप की नम आंखें अपने बेटे के मिलने की उम्मीद में दर-दर गुहार लगा रहे हैं, लेकिन पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर वह कहां गायब हो गया।
जनपद रुद्रप्रयाग के नरेंद्र सिंह राणा का 22 वर्षीय बेटा सिंगापुर की एक कंपनी के जहाज में चीन के लिए निकला था, दरअसल उनका बेटा मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था और इन दिनों वह सिंगापुर के जहाज में चीन के दौरे पर था। 20 तारीख की शाम उनके पिता को कंपनी की तरफ से फोन आता है कि आपका बेटा जहाज से अचानक कहीं गायब हो गया है और उसके बाद उन्होंने बहुत खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। तब से अब तक लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद भी बेटे का कोई सुराग नहीं लग पाया। परिजन बेटे की कुशलता की कामना कर रहे हैं और अनहोनी की आशंका के चलते सरकार से उसे ढूंढने की गुहार लगा रहे हैं। परिजन लगातार दर-दर भटक रहे हैं, कभी मुख्यमंत्री आवास, कभी जिलाधिकारी कार्यालय, तो कभी पुलिस प्रशासन के पास, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी कोई संतुष्ट जवाब उन्हें नहीं मिल पाया है।
परिजनों के अनुसार 20 तारीख की शाम को करन ने अपने बहन, पापा और मम्मी से बात की। बताया कि वह बहुत खुश था और हर रोज उनसे वीडियो कॉल के माध्यम से बातें करता रहता था। ऐसे में उसका अचानक गायब हो जाना, एक रहस्य है। जबकि जहाज के सभी क्रू मेंबर सुरक्षित है। अकेला करनदीप राणा ही मिसिंग बताया जा रहा है। 22 वर्ष की छोटी सी उम्र में इस होनहार नौजवान का यह तीसरा दौर था, इससे पहले वह अन्य दो कंपनियों के जहाज में काम कर चुका है। कंपनी की तरफ से भी परिजनों को कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिल पा रहा है। मां की नम आंखों को किसी अनहोनी का डर सताने लगा है, जबकि पिता लगातार बेटे के मिलने की उम्मीद में जगह-जगह भटक रहे हैं। बहन भी भाई की इंतजार में घर में बैठी हुई है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ऐसे में मात्र अब भारत सरकार पर ही उनका भरोसा है।