जश्न जीत काः हर तरफ खुशी का माहौल! व्हीलचेयर पर पहुंची स्टार ओपनर प्रतिका रावल बोलीं- मेरे कंधे पर तिरंगा...! बीसीसीआई ने खोला खजाना

Victory celebration: Joy reigns everywhere! Star opener Pratika Rawal, arriving in a wheelchair, said, "The tricolor is on my shoulders..." The BCCI has opened its coffers.

नई दिल्ली। भारतीय टीम ने महिला वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। इस जीत के बाद देशभर में जश्न का माहौल है और हर कोई बेटियों के प्रदर्शन की सराहना कर रहा है। इसी के साथ भारत की महिला टीम ने इतिहास रच दिया है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 298 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन पर सिमट गई। दीप्ति शर्मा ने पांच विकेट लेकर मैच पलट दिया। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान एल वोल्वार्ट की 101 रन की पारी बेकार गई। 52 साल के महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में यह भारत का पहला वनडे विश्व कप का खिताब है। पहला महिला वनडे विश्व कप 1973 में खेला गया था। इस मैच में दीप्ति के अलावा शेफाली वर्मा ने भी कमाल दिखाया। उन्होंने बल्लेबाजी में 87 रन बनाने के अलावा दो विकेट भी झटके। वह प्लेयर ऑफ द मैच रहीं। खिताबी जीत के बाद भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर अन्य खिलाड़ियों की तरह ही खुद को नहीं रोक सकीं। हरमनप्रीत के चेहरे को जीत की खुशी साफ झलक रही थी।

भारतीय महिला टीम को 51 करोड़ रुपए देगा बीसीसीआई
अब खिताब जीतने के बाद बीसीसीआई ने भारतीय महिला टीम के लिए 51 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया है। बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि बीसीसीआई भारतीय महिला टीम के वर्ल्ड कप का खिताब जीतने पर बहुत ही ज्यादा खुश है। जब से जय शाह ने महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना शुरू किया था। तब से महिला क्रिकेट में कई बदलाव आए हैं। पहले पुरस्कार राशि 2ण्88 मिलियन डॉलर थीए और अब इसे बढ़ाकर 14 मिलियन डॉलर कर दिया गया है। इन सभी कदमों से महिला क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिला है। बीसीसीआई ने पूरी टीम, खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपए के इनाम की भी घोषणा की है।

व्हीलचेयर पर जश्न मनाने वाली प्रतिका ने कही बड़ी बात
भारतीय टीम की स्टार ओपनर प्रतिका रावल ने महिला वर्ल्ड कप 2025 में अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ लीग स्टेज मुकाबले में वह चोटिल हो गई थीं और इसके बाद पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। सेमीफाइनल मैच से पहले भारत के लिए ये बड़ा झटका माना गयाए क्योंकि वह अच्छी लय में चल रही थीं और उनके बल्ले से खूब रन निकले रहे थे। फिर उनकी जगह भारतीय स्क्वाड में शेफाली वर्मा को एंट्री मिल गई। लेकिन चोटिल होने के बाद भी प्रतिका निराश नहीं हुईं और उन्होंने हौसला नहीं खोया। टीम के वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्होंने ग्राउंड में आकर साथी प्लेयर्स के साथ सेलिब्रेट किया। प्रतिका रावल ने कहा कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मेरे मुंह से शब्द नहीं निकल रहे हैं। मेरे कंधे पर ये झंडा मेरे लिए बहुत मायने रखता है।