उत्तराखण्डः आम जनता का फोन नहीं उठाते अफसर! रियलिटी चेक के लिए गढ़वाल कमिश्नर ने रेंजर को अंजान नंबर से घुमाया फोन, नहीं उठा कॉल

पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखण्ड में जनता के प्रति अधिकारियों की उदासीनता किसी से छिपी नहीं है। समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जब अधिकारी आम जनता की बात तक नहीं सुनते हैं। ऐसी ही एक शिकायत पौड़ी से सामने आई है, जिसका संज्ञान गढ़वाल मण्डलायुक्त विनय शंकर पाण्डेय ने लिया। दरअसल गढ़वाल मण्डल आयुक्त विनय शंकर पाण्डे को शिकायत मिली थी कि कुछ अधिकारी जनता की कॉल तक नहीं उठा रहे हैं। इसकी पुष्टि करने के लिए आयुक्त ने स्वयं पौड़ी में अधिकारियों को कॉल कर जांच की। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है। उन्होंने वन विभाग के एक रेंजर को अंजान नंबर से फोन किया। हैरानी की बात यह रही कि अधिकारी ने उनका कॉल तक रिसीव नहीं किया। इसके बाद जब आयुक्त ने दूसरे नंबर से कॉल किया, तो अधिकारी ने तुरंत फोन उठा लिया। इस पर आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए उन्हें सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जनता किसी उम्मीद के साथ अधिकारी को फोन करती है। उसका कॉल रिसीव न करना बेहद गैर-जिम्मेदाराना रवैया है। सभी अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी जाती है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपदा जैसे हालात में जनता की हर समस्या का तुरंत समाधान किया जाए। प्रशासन की पहली और सबसे बड़ी जिम्मेदारी जनता के साथ खड़ा रहना है। वहीं गढ़वाल आयुक्त ने जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर बेझिझक प्रशासन से संपर्क करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जनता की समस्याओं का समाधान उनकी पहली प्राथमिकता होगी।